CG News: मधुमेह जनित घाव का उपचार स्वाभाविक रूप से नहीं हो पाता। इस समस्या के समाधान के लिए पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के फार्मेसी डिपार्टमेंट के रिसर्च स्कॉलर हरीश भारद्वाज ने एक ऐसा नैनो फॉर्मूलेशन विकसित किया है जिसकी मदद से इसका उपचार किया जा सकता है।
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CG News: रिसर्च स्कॉलर हरीश ने बताया कि इस फॉर्मुलेशन को बनाने के लिए हमने दो दवा में पॉलीमर का उपयोग किया। जो मधुमेह जनित घाव पर बहुत तेजी से प्रभाव डालता है और जल्दी ठीक भी कर देता है। बहुत सारे फैक्टर्स होते हैं जिसके कारण यह ठीक नहीं होता लेकिन हमारे फॉर्मुलेशन से सारे फैक्टर्स दूर हो जाते हैं।
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CG News: रिसर्च को पूरा करने में तीन साल का समय लगा। हरीश ने डेवलपमेंट एंड कैरेक्टराइजेशन ऑफ डुअलड्रग लोडेड नैनो फॉर्मूलेशन फॉर डायबिटीज वाउंड विषय पर रिसर्च किया। उनका रिसर्च अंतरराष्ट्रीय जर्नल एल्सेवियर में भी प्रकाशित हुआ है।
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CG News: हरीश ने बताया कि हमने दो दवाओं के साथ जो पॉलीमर का उपयोग किया है वो मार्केट में बहुत कम रेट में मिल जाता है जिसके चलते इसकी दवा जो बनेगी वो मार्केट के रेट से 35 फीसदी से ज्यादा कम होगी। यह फॉर्मूला जल्दी घाव को ठीक करता है। इसके उपयोग से लोगों पर आर्थिक बोझ को भी कम किया जा सकेगा।
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CG News: नैनो फॉर्मूलेशन का प्रभाव विस्टर अल्बिनो रेट पर अध्ययन करके मूल्यांकित किया, 18 दिन में मधुमेहजनित घाव का उपचार देखा। नियंत्रण समूह की तुलना में घाव 60 फीसदी अधिक बंद हुआ, जबकि मानक विपणन मार्केट उपलब्ध उपचार की तुलना में 10 फीसदी अधिक घाव भरने की दर प्राप्त हुई।