CG News: यह रिसर्च कॉन्डेंस्ड मेटर फिजिक्स जर्नल में प्रकाशित हुआ
इससे हिट पॉवर का भी उपयोग इलेक्ट्रिसिटी कन्वर्ट करने में किया जा सकता है। साथ ही सोलर पैनल से ही थर्मल और लाइट इलेक्ट्रिसिटी बना सकेंगे। नए तरह के मटेरियल को बनाने के लिए अलग-अलग की डोपिंग की गई है। योगेश का यह रिसर्च कॉन्डेंस्ड मेटर फिजिक्स जर्नल में प्रकाशित हुआ है। योगेश, डॉ पीपी पल्तानी के गाइडेंस में मटेरियल साइंस पर रिसर्च कर रहे हैं। मरकरी सेलेनाइड और कैल्शियम से बना मटेरियल
योगेश ने बताया कि हमने नए तरीके के मटेरियल बनाने के लिए मरकरी सेलेनाइड में कैल्शियम की डोपिंग की है। जिससे यह नया मटेरियल बनकर तैयार हुआ है। कैल्शियम की डोपिंग से यह अच्छे रिजल्ट दे रहा है। साथ ही दूसरे मटेरियल कॉबिनेशन में भी प्रॉपर्टी अच्छी दे रहा है। अभी हमने 10 अलग-अलग कॉबिनेशन देखा है। जिससे इसी प्रॉपर्टी को और बढ़ा सकते हैं। इससे हम हाइब्रिड मटेरियल तैयार कर रहे हैं।
सोलर पैनल के पॉवर जनरेशन पर कर रहे काम
रिसर्च स्कॉलर योगेश कुमार साहू पिछले 2 साल से सोलर पैनल पर काम कर रहे हैं। हाल ही में ऐसा मटेरियल भी तैयार किया था जिससे सोलर पैनल, एलईडी जैसे ओप्टो इलेक्ट्रॉनिक्स के फंक्शन को बढ़ाया जा सकता है। इसमें मरकरी सेलेनाइट मटेरियल में कैलिशयम और सल्फर की डोपिंग करने से सोलर पैनल एब्जॉप्शन बढ़ गया है। साथ ही पॉवर ज्यादा जनरेट की जा सकती है। वहीं इससे एलईडी को कम खर्च में भी बनाया जा सकता है जो रोशनी भी ज्यादा देगा।
इनोवेशन में गाइड करने बना रहे मॉडल
उन्होंने बताया कि अभी हम मशीन लर्निंग का उपयोग करके एक ऐसा मॉडल बना रहे हैं जो नए तरह का मटेरियल बनाने के लिए गाइड करेगा। मॉडल हमें कौन सी मटेरियल कितनी मात्रा में कैसे उपयोग करें जिससे नया मटेरियल बन जाएगा जैसी बातों के बारे में बताएगा। जिससे हम आसानी से कोई भी मटेरियल तैयार कर सकेंगे।
हर घर तक पहुंचे सोलर ऊर्जा
योगेश ने तीन बार अलग-अलग विषय इलेक्ट्रॉनिक साइंस, फिजिक्स और सोशल वर्क में नेट क्लियर किया है। उन्होंने बताया, मैं रायगढ़ गया था वहां देखा कि इलेक्ट्रीसिटी जनरेेशन के कारण बहुत प्रदूषण हो रहा है। सोलर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी दी जा रही है, लेकिन महंगा होने के कारण हर कोई उसे नहीं लगवा रहा। हम ऐसा सोलर पैनल बनाना चाह रहे हैं जो हर घर में पहुंच सकें।