नकली पनीर खाने के नुकसान
- अपच, फूड पायजनिंग, पेट में जलन, गैस व दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- गंदे पानी से पनीर बनाने पर ई-कोलाई व साल्मोनेला जैसे बैक्टीरिया का प्रभाव।
- किडनी डैमेज व शरीर के अन्य अंगों को नुकसान हो सकता है।
- एलर्जी, त्वचा पर चकत्ते, गले या होंठ में सूजन, सांस लेने में परेशानी। (जैसा कि सीनियर मेडिकल कंसल्टेंट डॉ. योगेंद्र मल्होत्रा व हिमेटोलॉजिस्ट डॉ. विकास गोयल ने बताया)
डिमांड ज्यादा इसलिए खपत भी
राजधानी रायपुर के ज्यादातर घरों के अलावा छोटे-बड़े होटलों में भी पनीर की सब्जी की अच्छी डिमांड है। इसलिए रायपुर नकली पनीर खपाने के लिए आदर्श जगह बन गई है। एक अनुमान के अनुसार यहां रोजाना 500 किलो पनीर की खपत होती है।
मध्यप्रदेश से नकली पनीर की खेप
मध्यप्रदेश के सौरभ शर्मा को रेलवे स्टेशन पर 400 क्विंटल पनीर रखने का जिम्मा दिया गया था, उन्हीं के पास से अप्रैल में 1000 किग्रा नकली पनीर जब्त किया गया था। इसकी सप्लाई भोपाल व मुरैना हुई थी। गोकुलनगर में इसकी पैकिंग कर खपाया जा रहा था। सौरभ मकान में ही पनीर का गोरखधंधा कर रहा था। फूड एंड ड्रग विभाग में कार्रवाई का सख्त नियम नहीं होने के कारण नकली पनीर बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती। अगर केस कोर्ट तक चला भी जाए तो टिकता भी नहीं है। केस स्टडी: मंगलवार को
रायपुर के शंकरनगर इलाके में रामानंद बाघ की यूनिट में नकली पनीर बनाया जा रहा था। मौके पर सस्ता व घटिया क्वॉलिटी का पॉम ऑयल, फैट के डल्ले व दूध पाउडर का उपयोग किया जा रहा था।
नकली पनीर के लक्षण
- असली पनीर का रंग सफेद या हल्का क्रीमी होता है। वहीं नकली पीला या बहुत चमकीला दिखता है।
- असली पनीर थोड़ा मुलायम व दानेदार होता है। वहीं नकली बहुत चिकना या बहुत कठोर होता है।
- असली पनीर की गंध हल्की व ताजगी भरी होती है। वहीं नकली में तेज रासायनिक गंध आती है।
- असली पनीर का स्वाद दूध जैसा व नरम होता है। वहीं नकली खाने के बाद अलग स्वाद होता है।
ऐसे जांच करें
- असली पनीर पानी में डालने पर पिघलता नहीं है, जबकि नकली पनीर जल्दी पिघल जाता है। इसे आसानी से घर पर कर सकते हैं।
- पनीर को थोड़े पानी में उबालकर ठंडा करें व उस पर आयोडीन टिंचर डालें। अगर पनीर नकली है, तो इसका रंग नीला पड़ जाएगा।