मामले का खुलासा करते हुए नवा रायपुर एएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि 12 अगस्त को आरंग के ग्राम राटाकाट रोड के पास ग्राम भोथली निवासी 28 वर्षीय गिरिजाशंकर धीवर की लाश मिली थी। शुरुआत में उसकी पहचान नहीं हो पाई थी। बाद में बाइक नंबर के आधार पर उसकी पहचान हो गई। आरंग पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला गांव के ही मधुसूदन लोधी से गिरिजाशंकर का कुछ विवाद हुआ था। रक्षाबंधन के एक दिन पहले भी दोनों के बीच पैसों के लेन-देन को लेकर झगड़ा हुआ था। घटना वाले दिन भी मधुसूदन और उसके साथियों के साथ गिरिजाशंकर भी दिखा था। इसके बाद पुलिस ने मधुसूदन को पकड़ा और उससे कड़ाई से पूछताछ की गई। उसने पूछताछ में हत्या करने का खुलासा किया।
पैसे के लेन-देन में हुआ था विवाद
उसने बताया कि गिरिजाशंकर के साथ छटेरा में राजमिस्त्री का काम किया था। इसके पेमेंट लेन-देन को लेकर गिरिजाशंकर से उसका विवाद हो गया था। इसी का बदला लेने उसने उसकी
हत्या की प्लाङ्क्षनग की थी। प्लान के तहत डिगेश्वर लोधी, अजय निषाद, नीलकंठ लोधी उर्फ बिल्ला, जयप्रकाश लोधी और कमल उर्फ भकलू लोधी को पैसे का लालच देकर गिरिजाशंकर की हत्या में शामिल किया।
योजना के तहत मधुसूदन ने गिरिजाशंकर को शराब पीने के बहाने राटाकाट रोड़ नहर किनारे मिट्टी के टीला में बुलाया। शराब पिलाने के बाद गमछे से गला घोटकर उसकी हत्या कर दी। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या का मामला दर्ज सभी को जेल भेज दिया गया है।