गातार बढ़ रहा नदियों का जलस्तर
राप्ती, सरयू, शारदा और क्वानो जैसी प्रमुख नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक ये नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं, जिससे कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।
लखनऊ से लेकर आगरा तक बारिश का असर
राजधानी लखनऊ में हल्की बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं प्रयागराज, बलिया, झांसी, कानपुर, बरेली और आगरा जैसे जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। बारिश के चलते फतेहगढ़ में अधिकतम तापमान 36.4°C और इटावा में न्यूनतम तापमान 23.4°C दर्ज किया गया है।
47 जिलों में बिजली गिरने का खतरा
मौसम विभाग ने राज्य के 47 से अधिक जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की चेतावनी दी है। मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, इटावा, जालौन, झांसी और ललितपुर जैसे जिलों में 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है।
बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी सबसे ज्यादा प्रभावित
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी यूपी में बने लो-प्रेशर ज़ोन के चलते बारिश की तीव्रता बढ़ गई है। खासकर बुंदेलखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में हालात ज्यादा गंभीर हैं। झांसी, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट, महोबा, कानपुर देहात, आगरा, फिरोजाबाद और हमीरपुर जैसे जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
प्रशासन ने लोगों से की सतर्क रहने की अपील
राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम में घर से बाहर निकलने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं, जबकि आपदा प्रबंधन टीमों को सक्रिय कर दिया गया है।