दरअसल, बीते सोमवार को दो बड़े बयान आए, जिसने भारत और चीन की कंपनियों की सेहत पर बड़ा फर्क डाला। पहले भारतीय सेना ने जहां प्रेस कांफ्रेंस की वहीं रात 8 बजे प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन किया। सेना और प्रधानमंत्री मोदी के बयानों में जो तथ्य सामने आए, उसने भारत और चाइना की कंपनियों के बाजार को प्रभावित किया। भारतीय सेना ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में लंबी दूरी की पीएल-15 ई मिसाइल मार गिराने की बात का खुलासा किया तो इसे बनाने वाली चाइना की डिफेंस कंपनी जुजुहोऊ होंगडा इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन के शेयर अगले दिन 6 प्रतिशत से ज्यादा गिर गए।
चाइना की एक और डिफेंस कंपनी सन क्रिएट इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन के शेयर भी लुढ़क गए। यह कंपनी रडार सिस्टम समेत अन्य डिफेंस प्रोडक्ट्स बनाती है। चाइना की ही एविक एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड के शेयर भी 2 फीसदी गिर गए। माना जा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बेअसर साबित हुए चाइना निर्मित हथियारों की वजह से विश्व जगत में इनकी मांग में कमी आएगी। जिससे शेयर मार्केट में इन कंपनियों के प्रदर्शन पर असर पड़ने लगा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान भारतीय हथियारों की प्रमाणिकता सिद्ध होने की बात कही और उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब समय आ गया है कि दुनिया ‘मेड इन इंडिया’ डिफेंस सिस्टम को अपनाए। प्रधानमंत्री के इन बयानों से भारतीय रक्षा कंपनियों के शेयर में तेजी से उछाल देखने को मिला। भारत डायनामिक्स (बीडीएल), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के शेयरों में 9% तक की बढ़ोतरी हुई। मिसाल के तौर पर भारत डायनामिक्स का शेयर मूल्य 9.4% बढ़कर 1,718 पर पहुंच गया, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड का शेयर 4.6% चढ़कर 337.75 के उच्चतम स्तर पर पहुंचा तो हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड का शेयर 4.6% बढ़कर 4,645 पर पहुंचा। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जिस तरह से आकाश मिसाइल सिस्टम की क्षमता साबित हुई, उससे इसकी ग्लोबल डिमांड भी बढ़ने के आसार हैं।