NCRB की तरफ से जारी किए 2022 के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 65% हत्याएं संपत्ति को लेकर विवादों या व्यावसायिक विवादों के चलते हुईं। पटना में प्रति वर्ष औसतन 82 हिंसा के मामले सामने आए हैं। इस मामले में दूसरे जिले भी कम नहीं हैं। इस अध्ययन में पटना के बाद मोतिहारी, सारण, गया, मुजफ्फरपुर और वैशाली का नाम अपराध में पायदान पर क्रमश: आया है। मोतिहारी में 49.53, सारण 44.08, गया 43.50, मुजफ्फरपुर 39.93 और वैशाली में 37.90 मामले प्रति वर्ष दर्ज किए जा रहे हैं।
पटना•Jul 06, 2025 / 12:07 am•
Darsh Sharma
Hindi News / Videos / Patna / अंजनी, गुप्ता और अब खेमका.. क्यों अपराधियों के निशाने पर बिजनेसमैन.? जंगलराज बनाम सुशासन बाबू