यात्रा में क्या रहा खास
यात्रा में महागठबंधन के नेता जनता को वोट चोरी के खिलाफ सजग रहने की अपील करते दिखे। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि यात्रा कितना सफल रहा कितना असफल यह अभी बोलना थोड़ी जल्दबाजी होगी। लेकिन, यह पक्का है कि इस यात्रा ने विपक्ष को एक मंच खड़े रखा। बिना मतभेद और मन भेद के सभी सरकार पर हमलावर रहे। विपक्षी गठबंधन के लिए चुनाव से पहले यह एक बड़ी जीत है।
आरा की सभा क्यों खास
राहुल गांधी के वोटर अधिकार यात्रा के आरा की सभा की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। दरअसल, इस सभा में तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी समेत विपक्ष के सभी सीनियर नेताओं के सामने अपने को सीएम का दावेदार पेश किया। तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए खुद को महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया। तेजस्वी यादव ने आरा में आयोजित कार्यक्रम में नीतीश कुमार को “नकलची” बताते हुए कहा कि बिहार की एनडीए सरकार मेरे एजेंडा को चुरा रही है। जनता के लिए मैं जो भी घोषणा कर रहा हूं सरकार उसे चुरा रही है। उन्होंने जनता से सवाल पूछा कि आपको ओरिजिनल मुख्यमंत्री चाहिए या डुप्लीकेट? दूसरा यात्रा में अखिलेश सिंह यादव का शामिल होना।
यात्रा में अखिलेश हुए शामिल
वोटर अधिकार यात्रा के अन्तिम पड़ाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी छपरा से आरा तक यात्रा में शामिल हुए। इस दौरान आरा में उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग हम लोगों को डराने का काम कर रहे थे वो आजकल खुद ही ट्रंप से डरे हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग सरकार का जुगाड़ आयोग है। यात्रा में आए कार्यकर्ताओं के उत्साह देखते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में हमने अवध जीत लिया है, बिहार में मगध फतह की जिम्मेवारी आपकी है। इसके साथ ही उन्होंने बिहार के लोगों से आग्रह किया कि बीजेपी के रथ को रोकने का काम एक बार बिहार कर चुका है। इस बार भी यह बिहार के लोगों की जिम्मेवारी है कि वे बिहार के लोगों के विजय रथ को रोके।
राहुल गांधी को दिखाया काला झंडा
आरा में कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी को बीजेपी कार्यकर्ताओं का विरोध भी झेलना पड़ा। आरा आने के क्रम में रास्ते में एनडीए कार्यकर्ताओं ने उन्हें काला झंडा दिखाया। वे पीएम मोदी की मां को लेकर दी गई गाली से नाराज थे। विरोध कर रहे लोगों से राहुल गांधी यात्रा रोककर बात किया। राहुल गांधी ने आरा में कहा कि अभी तो हमने एक जगह के वोट चोरी को उजागर किया है। शीघ्र ही हम अन्य राज्यों का भी वोट चोरी का पैल खोलेंगे। राहुल गांधी के वोटर अधिकार यात्रा पर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस यात्रा ने विपक्ष के सियासी समीकरण और सत्ता के समीकरण पर अपना जोर दिखाया है। असली परीक्षा बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में होगी, जब जनता तय करेगी कि किसे अधिकार मिलेगा और किसे बाहर का रास्ता।