सुबह सात बजे से दिन में 12 बजे तक रहेगा बंद
उन्होंने कहा कि माँ भगवान की प्रतिमूर्ति होती है। माँ अपने कोख में नौ महीने बच्चे को रखती है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कोई राजनीतिक मंच से माँ को भद्दी भद्दी गालियां दी जा सकती हैं? जो हमें भगवान की तरह पाल-पोस कर बड़ा करती हैं, क्या कोई उसी माँ को गाली देने के विषय में सोच सकता है? बिहार को इस घटना ने शर्मसार किया। उन्होंने कहा कि एनडीए घटक दलों के महिला मोर्चा ने माँ को गाली दिए जाने के खिलाफ 4 सितंबर को बिहार बंद करने का निर्णय लिया है। यह बंद सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक होगा, जिससे आम लोगों को भी परेशानी न हो। बंद के दौरान आपातकालीन सेवाएं बंद से मुक्त रहेंगी।
तेजस्वी यादव ने किया पलटवार
पीएम मोदी को मां की गाली पर बीजेपी के बिहार बंद पर आरजेडी नेता ने पलटवार करते हुए कहा कि मां तो मां होती है। मां शब्द जुबान पर आते ही कितना सुकून मिलता है। जो बेजुबान है मां तो उनकी भी होती है। किसी को भी किसी की भी मां-बहन-बेटी के प्रति अपशब्द नहीं बोलना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए बीजेपी से कई सवाल किए?
कांग्रेस की विधवा और जर्सी गाय
उन्होंने कहा कि महिलाओं और लड़कियों से ब्लात्कार करने वाले प्रज्वल रेवन्ना का प्रचार कर उसे जिताने की अपील करें तो वह मोदी जी का मास्टर स्ट्रोक। मोदी जी किसी की माँ को 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड बोले तो वाह मोदी जी वाह!, मोदी जी देश के लिए शहादत दे चुके साहसी प्रधानमंत्री की पत्नी और नेता प्रतिपक्ष की मां को विधवा और जर्सी गाय बोले तो बेशर्म लोग कहेंगे कि मोदी जी ने शानदार भाषण दिया है।
डीएनए पर सवाल
मोदी जी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पैदाइश पर यह कहते हुए सवाल उठाये कि इनका DNA ही ख़राब है। अर्थात् इनका खून ही ख़राब और ग़लत है तो वह सही है? जेडीयू के लोग बताए जो नख और बाल काट PMO को भेजे थे उनकी रिपोर्ट आ गई है क्या? मोदी जी के सचेतक ने अभी कुछ दिन पहले बिहार विधानसभा में मेरी मां को गाली दी तो मोदी जी ने उसकी पीठ थपथपाई। फिर वो कहे कि मोदी महान!, एक बीजेपी नेता ने हमारी प्रवक्ता को साड़ी-साया खोल सरेआम सड़क पर ब्लात्कार की धमकी दें तो मोदी जी उसे सम्मानित करते हुए अपने जहाज़ तक बुलाते है।
गालियों की चलती फिरती दुकान
इनके प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल कल टेसू बहा रहे थे वही आदमी कुछ दिन पहले कह रहे थे कि उनसे बड़ा गालीबाज़ कोई नहीं है और वह गालियों की चलती फिरती दुकान है। मणिपुर में भाजपाइयों द्वारा महिलाओं को निवस्त्र घुमाया गया क्या वो किसी की माँ नहीं थी?
गुजरात में बिहारियों की गाली पर पीएम क्यों चुप?
बिहारियों को गुजरात में गाली दी जाती है तो प्रधानमंत्री चुप रहते है। बेरोजगारों और युवाओं को गाली के साथ लाठी से पीटा जाता है तो इनके टेसू नहीं निकलते है। किसान आंदोलन में हज़ारों किसान मारे गए। किसान और नौजवान आत्महत्या कर रहे हैं, लॉकडाउन में मजदूर पैदल चले, लाखों लोग मारे गए तब नहीं रोए । पुलवामा-पहलगाम और गलवान घाटी में हमारे सैनिक मारे गए जब इनके टेसू नहीं निकले। ये दोहरे चरित्र के लोग हैं। ये लोग वोट चोरी से ध्यान हटाने के लिए प्रपंच रच रहे है। माँ तो माँ होती है।