इन विभागों में करेंगे काम
मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिहार में कई आईकोनिक भवन बनाये गये हैं। इसके निर्माण में आर्किटेक्ट की प्रमुख भूमिका रही है। इन नये आर्किटेक्ट की नियुक्ति के बाद सरकार को उम्मीद है कि बिहार में और भी बेहतर भवनों का निर्माण होगा। इसके साथ ही बिल्डिंग बाईलॉज का पूरा अनुपालन होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बड़े पैमाने पर हो रहे निर्माण कार्यों को ध्यान में रखकर आर्किटेक्ट की नियुक्ति की गई है। भवन निर्माण विभाग अंतर्गत नए सिरे से वास्तुविद् सेवा संवर्ग का गठन किया गया है। नवनियुक्त आर्किटेक्ट की सेवा भवन निर्माण विभाग के अतिरिक्त गृह विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, शिक्षा विभाग, पथ निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग, उद्योग विभाग के अंतर्गत निगमों तथा प्राधिकरणों में स्वीकृत पदों के अनुरूप सौंपी जाएगी।
इनका हुआ चयन
101 चयनित आर्किटेक्ट में प्लानिग में पी०जी० की योग्यता रखने वाले 31, आपदा जोखिम में विशेषज्ञता रखने वाले 02, अरबन डिजाईनिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले 02 एवं लैंडस्केपिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। ऐसे आर्किटेक्ट जो विशेष योग्यता रखते हैं, उनकी योग्यता के अनुसार उनको कार्य आवंटित करने का प्रस्ताव है। आर्किटेक्ट का कार्य इमारतों की डिजाईन बनाने के साथ-साथ पूरी निर्माण प्रक्रिया का रचनात्मक एवं तकनीकी मार्गदर्शन करना होता है ताकि निर्मित भवन सुंदर तथा उपयोगी हो। साथ ही वहां धूप, हवा एवं रोशनी का संतुलन हो।