लालू प्रसाद के एक्शन का मतलब
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि वोटर अधिकार यात्रा से पहले लालू प्रसाद के एक्शन में आना एक राजनीतिक सोच है। सीनियर पत्रकार लव कुमार मिश्रा कहते हैं कि वोटर अधिकार यात्रा से दो दिन पहले लालू प्रसाद सक्रिय हुए हैं। उन्होंने वर्ष 2015 की चर्चा करते हुए कहा कि मोहन भागवत ने बिहार में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान आरक्षण को लेकर मौजूदा व्यवस्था में बदलाव की वकालत किया था। लालू प्रसाद ने मोहन भागवत के बयान से पूरी बाजी बदल दी थी। मोदी लहर के बावजूद बिहार में महागठबंधन की सरकार बन गई थी।
पीएम मोदी ने लाल क़िले से आरएसएस की तारीफ़
स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर पीएम मोदी पहली बार अपने भाषण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का ज़िक्र करते हुए उसे दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ बताया। उन्होंने संघ की सौ साल की यात्रा की सराहना की थी. इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने आरएसएस को सेवा, समर्पण, संगठन और अप्रतिम अनुशासन की पहचान बताया।
11 साल में पहली बार की चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ ऐसा कहा जो पिछले ग्यारह सालों में दिए भाषणों में नहीं कहा था। लेकिन, कुछ दिन पहले 15 अगस्त को पीएम मोदी ने पहली बार लाल किला से अपने भाषण में आरएसएस की चर्चा किया। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पीएम मोदी के भाषण के बाद से यह कयास लगाया जाने लगा था कि विपक्ष इस बिहार में विधानसभा चुनाव में मुद्दा बना सकती है। पीएम मोदी के बयान के बाद से लालू प्रसाद की सक्रियता से इसकी चर्चा और तेज हो गई है।
महागठबंधन के गढ़ से लालू प्रसाद देंगे जवाब
लाल किला से पीएम मोदी की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर दिए बयान का लालू प्रसाद सासाराम में दे सकते हैं। लालू प्रसाद सासाराम के लिए निकल गए हैं। उनका स्वास्थय बहुत ठीक नहीं रहने के बाद भी शनिवार को भोजपुर और रविवार को वोटर अधिकार यात्रा के लिए सासाराम जाना इसके संकेत दे रहे हैं।
दिन में 12 से शुरू होगी सभा
राहुल गांधी बिहार में आज ‘वोटर अधिकार यात्रा‘ शुरू कर रहे हैं। उनकी इस यात्रा में तेजस्वी यादव के साथ ही विपक्ष के सभी बड़े नेता भी शामिल होंगे। सूचना के अनुसार इस यात्रा में बिहार के बाहर से भी विपक्ष के बड़े नेता शामिल हो सकते हैं। सासाराम में राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा को लेकर दिन में 12 बजे से 2 बजे तक सभा होनी है। इस यात्रा से पहले बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि- लोकतंत्र में इससे बड़ी विडंबना और क्या होगी कि लोगों से उनके वोट डालने की और सरकार चुनने की आजादी छिनी जा रही है। आप सभी को हम आश्वस्त करते है कि आपकी वोट डालने की लड़ाई शिद्दत के साथ लड़ेंगे। इसी आवाज को मुखर करने और न्याय पाने के लिए हम 17 अगस्त से “वोटर अधिकार यात्रा” शुरू कर रहे हैं।