जब विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहते हैं, तो सिर्फ दो नाम नहीं, एक युग विदा होता है। उनके बल्लों से निकले हर रन में जुनून था, हर पारी में एक कहानी। अब मैदान खाली रहेगा, पर हमेशा यादें दिल में गूंजती रहेंगी। – देवेन्द्र, बीकानेर
किसी भी खेल से संन्यास लेने का मसला हर खिलाड़ी का अपना व्यक्तिगत निर्णय होता है। इस विषय में खिलाड़ी की शारीरिक फिटनेस और मनः स्थिति भी कार्य करती है। अपने प्रदर्शन पर समग्र रूप से विचार करने के बाद ही कोई खिलाड़ी खेल से निवृत होने का फैसला लेता है। – ललित महालकरी, इंदौर
क्रिकेट के मैदान पर दनादन चौके-छक्के जड़ने के कारण ‘हिटमेन’ कहे जाने वाले रोहित शर्मा और दूसरी पारी में बड़ा स्कोर बनाकर मैच जिताने के कारण ‘चेज मास्टर’ कहलाने वाले विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला सामयिक तथा स्वागतयोग्य है। इन दोनों का संन्यास नए – ऊर्जावान व उदीयमान खिलाड़ियों को टीम में शामिल होकर उसका प्रतिनिधित्व करने का अवसर भी देगा। – वसंत बापट, भोपाल
रोहित शर्मा और विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना हम क्रिकेट प्रेमियों के लिए भावुकतापूर्ण घटना है, पर गनीमत यह है कि क्रिकेट के अन्य फार्मेट में उनके चाहने वाले दोनों को खेलते हुए आगे भी देखेंगे। – संजय डागा हातोद
रोहित शर्मा और विराट कोहली, जिन्होंने क्रिकेट को शिखर पर पहुंचाया टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर अच्छा फैसला लिया है। निश्चित ही अब नए खिलाड़ियों को मौका मिलेगा। विराट कोहली और रोहित शर्मा ने सही समय पर सही निर्णय लेकर अपने संन्यास को भी यादगार बना दिया। बेवजह टीम पर बोझ बनकर हटने के दबाव के बाद संन्यास लेना उचित नहीं है। सम्मान पूर्वक विदाई हमेशा याद की जाती है। -साजिद अली, इंदौर।