महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना चाहिए और उन्हें उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करना चाहिए। उनका आत्मविश्वास बढ़े उसके लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देनी चाहिए महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए शिक्षा रोजगार और राजनीति में समान अवसर प्रदान करने चाहिए। उन्हें पेशेवर संगठनों में शामिल होने और नेटवर्किंग के अवसरों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। – मोदिता सनाढ्य, उदयपुर
महिला नेतृत्व को बढ़ाने के लिए सबसे पहले इनके लिए पदों को बढ़ाया जाए। इनके लिए मेंटर और नेटवर्किंग प्रोग्रामों के द्वारा इनके कौशल विकसित किए जाए। इसके अलावा सबसे बड़ी भ्रांति की महिलाएं लीडरशिप का काम कर सकेगी या नहीं ? इस मानसिकता को तो बदलने की सख्त जरूरत है। आप खुद देख सकते हैं कि महिलाएं किसी भी काम में पीछे नहीं है। लैंगिक समानता को लाना चाहिए। एक बात और जहां महिलाएं नेतृत्व कर रही है वहां के लोगों को उनके लिए सहयोग के लिए आगे आना भी बेहद जरूरी है।जब सभी की मदद मिलेगी तो इस काम में महिलाएं आगे ज्यादा बढ़ेगी। – निर्मला वशिष्ठ, राजगढ़
समाज और राष्ट्र की प्रगति के लिए महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करना अनिवार्य है। परिवार और समाज में महिलाओं और पुरूषों को समान महत्व देना चाहिए। स्कूली और कॉलेज स्तर से ही आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता को विकसित करना चाहिए। बेटियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर आत्मनिर्भर बनाना चाहिए। रोज़गार, राजनीति, खेल, और उद्यमिता में महिलाओं को समान अवसर देना चाहिए। कंपनियों में बोर्ड स्तर पर महिलाओं की भागीदारी अनिवार्य करना चाहिए। सुरक्षित और सहायक वातावरण बनाना आवश्यक है। – डाॅ. मुकेश भटनागर, भिलाई, छत्तीसगढ
महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करने के लिए सबसे पहले पुरुषों को अपनी मानसिकता को बदलना होगा कि उन्हें महिला नेतृत्व स्वीकार है। महिलाओं को सशक्त करें, पूर्ण सम्मान दें, सहयोग दें और विश्वास दिलाएं कि वे भी नेतृत्व की पूर्ण रूप से हकदार हैं। महिलाओं को स्वयं भी निष्ठा और ईमानदारी से अपने आप को प्रेरित कर नेतृत्व की भावना को प्रोत्साहित करना होगा। – डॉ. कुसुम माथुर, उदयपुर
महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करने के लिए सबसे पहले महिलाओं को ही स्वयं आगे आना होगा। पारिवारिक समर्थन मिले। स्थानीय स्तर पर आयोजित सामाजिक कार्यक्रम में भाग ले। समाज के लिए अपना योगदान दें व आगे बढ़े। महिलाओं की कार्य कुशलता से प्रभावित होकर समाज इनको नेतृत्व प्रदान करेगा। समाज को भी महिलाओं के प्रति पूर्वाग्रह और भेदभाव को भूलाना होगा। स्थानीय संगठनों को भी महिलाओं को नेतृत्व की जिम्मेदारी देनी चाहिए। – लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़
महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करने के लिए शिक्षा और कौशल विकास पर विशेष ध्यान देना चाहिए। समान अवसर, सुरक्षित कार्यस्थल, मातृत्व सहयोग, और प्रेरणादायक महिला रोल मॉडल की पहचान आवश्यक है। सामाजिक रूढ़ियों को खत्म करने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाना चाहिए। नीति निर्धारण में महिलाओं की भागीदारी बढ़ानी चाहिए। – संजय माकोड़े, बैतूल
महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करने के लिए हमें महिलाओं को समान अवसर प्रदान करने, लैंगिक भेदभाव न करने, असमानता को कम करने और एक ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देने की आवश्यकता है,जो महिलाओं के नेतृत्व को प्रोत्साहित करे। इसमें महिलाओं के लिए नेतृत्व विकास कार्यक्रमों की शुरुआत करना, अचेतन पूर्वाग्रहों के प्रति जागरूकता बढ़ाना, महिलाओं को उनके करियर में आगे बढ़ने के लिए समर्थन प्रदान करना शामिल है। – शिवजी लाल मीना, जयपुर
महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करने के लिए शिक्षा, प्रशिक्षण व समान अवसर उपलब्ध कराना आवश्यक है। कार्यस्थलों पर लैंगिक समानता, सुरक्षा और प्रेरक माहौल बनाया जाए। नीति निर्माण में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाए। आर्थिक स्वतंत्रता व आत्मनिर्भरता के लिए विशेष योजनाएं चलाई जाएं ताकि महिलाएं नेतृत्व भूमिका निभा सकें। – निकिता शर्मा, झालावाड़