दरअसल जीडीए ने तीन योजनाएं प्रस्तावित की है। नगर विकास योजना क्रमांक-4, 5, 6 प्रस्तावित की हैं। योजना क्रमांक 4 एयरपोर्ट से साडा लिंक रोड, योजना क्रमांक 5 सिरोल तिराहे से झांसी वायपास, योजना क्रमांक-6 भाटखेड़ी से रमौआ बांध तक प्रस्तावित है। इन क्षेत्र में जो भी कॉलोनी विकसित हो, उसके लिए चौड़ी सड़कें प्रस्तावित की हैं। जिससे कोर्ई भी बिल्डर कॉलोनी विकसित करे तो उसमें चौड़ी सडक़ व लोगों के लिए सुविधाएं विकसित हो सकें। भाटखेड़ी से रमौआ के बीच विकसित होने वाली कॉलोनी में 18 से 30 मीटर की सडक़ें प्रस्तावित हैं। इसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया था। इन योजनाओं के तहत आने वाली जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी थी, लेकिन पंजीयन विभाग ने रोक के आदेश को दरकिनार कर दिया। भाटखेड़ी में 18 रजिस्ट्री संपादित कर दी।
उदाहरण के तौर पर पेश कर रहे रजिस्ट्री
– शहर के ग्रामीण वार्ड में सबसे ज्यादा कॉलोनी विकसित हो रही है। नगर विकास योजना के तहत चिन्हित ग्रामों में कॉलोनी विकसित हो गई हैं। रजिस्ट्री के लिए पक्षकार पहुंच रहे हैं तो वह प्रतिबंध का हवाला दे रहे हैं। – पक्षकार उन रजिस्ट्र्री को उप पंजीयकों के सामने उदाहरण के तौर पर पेश कर रहे हैं कि यह कैसे की हैं। – जुलाई, अगस्त में भी प्रतिबंधित क्षेत्र में रजिस्ट्री की है।
भाटखेड़ी की तीन रजिस्ट्री
1- पंजीयन आईडी क्रमांक- आर 01052500486902 पर दस्तावेज 1 मई 2025 को रजिस्टर्ड हुआ। कोक सिंह गुर्जर ने दिनेश गुर्जर को भूखंड बेचा। उप पंजीयक पारितोष कुमार ने रजिस्ट्री की। 2- पंजीयन आईडी क्रमांक -आर 24072501081685 पर 29 जुलाई 2025 को दस्तावेज रजिस्टर्ड हुआ। कोक सिंह गुर्जर से अर्पिता सिंह ने भूखंड खरीदा। प्रभारी उप पंजीयक निधि जादौन ने रजिस्ट्री संपादित की। 3- पंजीयन आईडी क्रमांक-आर 05062500749787 पर 5 जून 2025 को दस्तावेज रजिस्टर्ड हुआ। कोक सिंह गुर्जर ने रेखा ठाकुर को भूखंड की रजिस्ट्री की। उप पंजीयक अर्चना दिनकर रजिस्ट्री की।
– योजना समाप्त नहीं हुई है। राज्य शासन ने योजना का परीक्षण कर फिर से प्रस्ताव मांगा है। योजनाओं के तहत चिह्नित भूमि की रजिस्ट्री पर रोक लगाई थी। इसकी सूचना पंजीयन विभाग को दी थी। पंजीयन विभाग ने रजिस्ट्री की है तो यह गलत है, क्योंकि बोर्ड में लिए फैसले के तहत प्रतिबंध लगाया था।
नरोत्तम भार्गव, सीईओ जीडीए – भाटखेड़ी की रजिस्ट्री के प्रतिबंध की जानकारी वरिष्ठ जिला पंजीयक ने उप पंजीयकों को भेज दी थी। प्रतिबंधित क्षेत्र में रजिस्ट्री की जानकारी मिली है। उप पंजीयकों से इस संबंध में जानकारी चाही गई है कि किसा आधार प र रजिस्ट्री की है।
अशोक शर्मा, जिला पंजीयक