जानकारी के अनुसार सोमवार को आऊवा निवासी वरिष्ठ अध्यापक हनुमान प्रसाद जोशी के पुत्र दीपक जोशी की बारात मेड़ता जानी थी। तीन बहनों के इकलौते भाई दीपक जिसकी बारात में जाने के लिए सभी तैयार थे। बारात रवानगी से कुछ घंटों पहले आऊवा रेलवे स्टेशन के निकट मालगाड़ी की चपेट में आने से दूल्हे के पिता हनुमान प्रसाद जोशी (54) की मौत गई। खबर मिलते ही घर की खुशियां मातम में बदल गई। सूचना पर पुलिस पहुंची और शव मारवाड़ जंक्शन मोर्चरी में रखवाया।
पुलिस के अनुसार दर्शन जोशी ने रिपोर्ट दी कि उसके मामा हनुमान प्रसाद जोशी अपने पुत्र की बारात में चलने का आमंत्रण देने कराड़ी जा रहे थे। इसी बीच रेलवे पटरी पर गायें बैठी थी। उन्हें हटाने वे स्कूटी खडी कर पटरी पर गए।
इस बीच डीएफसी ट्रैक पर तेज गति से मालगाड़ी की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मारवाड़ जंक्शन सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।
इकलौते बेटे की बिंदोली में खूब किया नृत्य
मृतक हनुमान प्रसाद जोशी ने अपने इकलौते पुत्र की शादी के अरमान काफी समय से संजोए थे। जिसकी उनको काफी खुशी थी। एक दिन पूर्व बेटे की बिंदोली में उन्होंने परिवार संग खूब नृत्य किया और फोटो खिंचवाए।
गमगीन माहौल में आज होगा अंतिम संस्कार
एक तरफ घर में खुशी का माहौल वहीं दूल्हे के पिता की मौत का समाचार सुनकर हर कोई स्तब्ध रह गया। उनकी मौत के समाचार से कस्बे में शोक की लहर दौड़ गई। मंगलवार को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया जाएगा।