प्रधानमंत्री मोदी ने लोकतंत्र, कानून के शासन और आपसी सम्मान को साझा मूल्य बताते हुए कहा कि भारत-कनाडा संबंधों को नई दिशा देने के लिए सहयोग बढ़ाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि दोनों देश कई क्षेत्रों में मिलकर काम कर सकते हैं।
बैठक में स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, खाद्य सुरक्षा और महत्वपूर्ण खनिजों पर भी चर्चा हुई। विदेश सचिव विक्रम मिसरी के अनुसार, यह बैठक संबंधों में स्थिरता लाने की दिशा में एक संतुलित रणनीति की शुरुआत है।
आउटरीच सत्र में पीएम नवीकरणीय ऊर्जा के जरिए टिकाऊ विकास का राह अपनाएंः मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिखर सम्मेलन में ऊर्जा सुरक्षा पर आउटरीच सत्र में भाग लिया। उन्होंने सभी के लिए सस्ती, विश्वसनीय और सतत ऊर्जा की जरूरत को रेखांकित करते हुए नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से टिकाऊ विकास का मार्ग अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने इंटरनेशनल सोलर अलायंस, डिजास्टर रेजिलिएंट इन्फ्रास्ट्रक्चर गठबंधन और ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस जैसी भारत की अंतरराष्ट्रीय पहलों का उल्लेख किया।
पीएम मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ऊर्जा खपत और डीपफेक जैसी चुनौतियों पर चिंता जताते हुए वैश्विक गवर्नेंस की मांग की। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी तभी सार्थक है जब उसका लाभ ‘ग्लोबल साउथ’ के हर व्यक्ति तक पहुंचे।
पारिस्थितिकी से जुड़े संकटों और आतंकवाद पर बात करते हुए उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले को मानवता पर हमला बताया और आतंकवाद के समर्थन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। भारत के पेरिस समझौते के लक्ष्यों की समयपूर्व प्राप्ति और नेट जीरो 2070 के संकल्प का उल्लेख करते हुए उन्होंने समावेशी विकास और वैश्विक सहयोग की अपील भी की।
‘यू आर द बेस्ट, आइ एम ट्राइंग टु बी ऐज यू’ जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी की मुलाकात हुई। मेलोनी ने कहा, ‘यू आर द बेस्ट, आइ एम ट्राइंग टु बी ऐज यू।’ दोनों नेताओं ने गहरी मित्रता जताई। मेलोनी ने एक्स पर लिखा, ‘इटली और भारत की दोस्ती महान है’, जिस पर पीएम मोदी ने जवाब दिया, ‘पूरी तरह सहमत, यह मित्रता और मजबूत होगी।’