दिल्ली में भारी बारिश से गिरा तापमान
मौसम विभाग के प्राप्त आंकड़ों और मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण दिल्ली समेत गुरुग्राम शहर में जगह-जगह जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दिल्ली में मिंटो ब्रिज समेत तमाम क्षेत्रों से जलभराव की खबरें सामने आती रहीं। जबकि गुरुग्राम के पास नेशनल हाईवे 48, सुभाष चौक, नरसिंहपुर, हीरो होंडा चौक, सोहना रोड और पुराने गुरुग्राम के कई इलाकों में सड़कें जलमग्न हो गईं, जिससे गाड़ियां फंस गईं और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
द्वारका एक्सप्रेसवे, सेक्टर 10 में भी सड़कों पर भरा पानी
बारिश के बाद द्वारका एक्सप्रेसवे, सेक्टर 104 और अन्य क्षेत्रों की सर्विस लेन पर भी पानी भर गया, जिससे ट्रैफिक जाम के हालात बन गए। जाम में फंसे लोगों ने बताया कि वे घंटों तक फंसे रहे और कोई राहत नहीं मिली। गुरुग्राम यातायात पुलिस और नगर निगम की टीमें लगातार जल निकासी और यातायात प्रबंधन में जुटी रहीं। जिला प्रशासन ने कहा कि बारिश रुकने के एक घंटे के भीतर कई इलाकों से पानी निकाल दिया गया।
गुरुग्राम में 66-122 मिमी तक रिकॉर्ड की गई बारिश
जिला प्रशासन के अनुसार गुरुग्राम में 66 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि कुछ इलाकों में 122 मिमी तक बारिश हुई। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जनता को भरोसा दिलाया कि सरकार हालात को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले जहां पानी कई दिन तक जमा रहता था, अब कुछ घंटों में ही निकासी की जा रही है। प्रशासन ने यह भी बताया कि गुरुग्राम को विश्व स्तरीय शहर बनाने की दिशा में काम जारी है।
दिल्ली में जुलाई की बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड
मौसम विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में बारिश ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग का कहना है कि साल 2011 के बाद अब जुलाई सबसे ठंडे महीने के रूप में दर्ज किया गया है। दिल्ली में जुलाई का औसत अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री रहा। जबकि औसत न्यूनतम तापमान 26.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो साल 2011 के बाद सबसे कम है। हालांकि साल 2016 में दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री ही था, लेकिन न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री था। इसलिए न्यूनतम तापमान के मामले में दिल्ली ने पिछले 14 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है।
दिल्ली में बीते दिन कहां कितनी दर्ज की गई बारिश?
मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में बुधवार और गुरुवार को भीषण बारिश रिकॉर्ड की गई। इस दौरान गुरुवार को सबसे ज्यादा बारिश पालम एरिया में दर्ज की गई, जहां बारिश का आंकड़ा 79 मिमी रहा। इसके अलावा सफदरजंग में 16.6 मिमी, नजफगढ़ में 61 मिमी और आयानगर में 51.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग का कहना है कि अगले एक हफ्ते तक दिल्ली में रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। इस दौरान 10-15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलने की संभावना है। बात अगर की तापमान की करें तो दिल्ली में इसका आंकड़ा 23-35 तक रहने की संभावना है। गुरुवार की बात करें तो दिल्ली में अधिकतम तापमान 29.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 24.7 डिग्री सेल्सियस रहा। जो औसत से 2.4 डिग्री कम है।
बारिश को लेकर मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट
मौसम विभाग द्वारा जारी साप्ताहिक पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दिनों में झमाझम बारिश की संभावना जताई गई है। 2 अगस्त को आंधी-तूफान के साथ बारिश हो सकती है। इस दिन अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। 3 अगस्त को आसमान में बादल छाए रहेंगे और मध्यम बारिश हो सकती है, इस दौरान अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने गुरुग्राम सहित कई इलाकों में भारी बारिश और आंधी-तूफान को लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया है। इसके अलावा 4 और 5 अगस्त को फिर से आंधी-तूफान और अति भारी बारिश की आशंका जताई गई है। 4 अगस्त को गाजियाबाद और 5 अगस्त को गाजियाबाद व गौतम बुद्ध नगर में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन दोनों दिनों में अधिकतम तापमान 32 से 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। 6 और 7 अगस्त को भी गरज-चमक के साथ बारिश होने की आशंका है।
मानसून पर भी मौसम विभाग ने दिया बड़ा अपडेट
मौसम विभाग के अनुसार, इस सीजन में मानसून उत्तर-पश्चिम भारत में ज्यादा सक्रिय रहा। एक जून से 30 जुलाई के बीच इस क्षेत्र में करीब 337.7 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। जो दीर्घकालिक औसत यानी 280.8 मिमी से लगभग 20 प्रतिशत ज्यादा है। बात अगर अगस्त के पूर्वानुमान की करें तो अगस्त के दूसरे सप्ताह यानी 7 से 15 अगस्त के बीच उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। वहीं एक अगस्त से छह अगस्त तक राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
सालों बाद साफ-सुथरी रही दिल्ली की आबोहवा
बात अगर दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर करें तो इस जुलाई में राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता में काफी सुधार देखा गया है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने बताया कि जुलाई में दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 78 रहा, जो संतोषजनक श्रेणी में आता है। यह साल 2015 के बाद सबसे अच्छा औसत है। इसके अलावा जुलाई में पिछले आठ महीने की अपेक्षा सबसे ज्यादा संतोषजनक वायु गुणवत्ता वाले 29 दिन भी देखे गए। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की मानें तो दिल्ली में जनवरी से जुलाई के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक 184 दर्ज किया गया, जो 2024 में 204 और 2022 में 209 से कम है। इसके अलावा साल 2025 में अभी तक दिल्ली का AQI 400 से ऊपर नहीं गया है। जबकि साल 2018 और 2021 में ऐसे छह दिन थे, जब दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर पहुंच गया था।
प्रदूषण लेवल में दर्ज की गई गिरावट
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, कण प्रदूषण (पीएम 2.5 और पीएम 10 साद्रता) को लेकर भी इस साल दिल्ली में बदलाव देखा गया। जनवरी से जुलाई के बीच दिल्ली में पीएम 2.5 का चालू औसत 79ug/m3 रहा, जो साल 2018 के बाद सबसे कम है। इस दौरान लॉक डाउन के दौरान यह और कम रहा था। बात अगर साल 2024 की करें तो पीएम 2.5 का औसत 94 दर्ज किया गया था। जबकि पीएम 10 का स्तर भी कुछ ऐसा ही था। जो साल 2025 में औसतन 180ug/m3 रहा, जबकि साल 2024 में 209 और साल 2022 में 218 दर्ज किया गया था।