नारकोटिक्स केस में फंसाने की धमकी देकर मांगी रिश्वत
शिकायतकर्ता ने सीबीआई को बताया कि नारकोटिक्स अधिकारी ने उसे और उसके परिवार को नारकोटिक्स केस में फंसाने की धमकी देते हुए 3 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी। घूस की रकम बिचौलिए के माध्यम से मांगी जा रही थी। शिकायत के आधार पर सीबीआई की टीम ने 17 जुलाई को जाल बिछाया और शिकायतकर्ता को 3 लाख रूपये रिश्वत देने के लिए भेजा। बिचौलिए ने भूतेश्वर मंदिर परिसर में रिश्वत देने के लिए बुलाया और जैसे ही रिश्वत के रूपये लिए तो सीबीआई टीम ने उसे रंगेहाथों धरदबोचा।
तीन ठिकानों पर छापे मारे
सीबीआइ ने बिचौलिए को पकड़ने के बाद उससे पूछताछ की और सेंट्रल नारकोटिक्स इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह जाट को भी भूतेश्वर मंदिर परिसर में बुलाया। रात करीब 11:30 बजे सीबीआई टीम दोनों को अपने साथ ले गई। इंस्पेक्टर महेन्द्र जाट मूलत: राजस्थान का रहने वाला है। इसके चलते सीबीआइ ने मध्यप्रदेश और राजस्थान के तीन ठिकानों पर छापे मारे हैं। सूत्रों का कहना है, यह मामला एक गोपनीय शिकायत के आधार पर सामने आया।