पत्र में संजय राउत ने पूछा है कि हमारे उपराष्ट्रपति जी कहां हैं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। वह वर्तमान में कहां हैं? उनका स्वास्थ्य कैसा है? इन मामलों में कोई स्पष्टता नहीं है। राज्यसभा के कुछ सदस्यों ने उनसे संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। राउत ने अपने एक्स पर भी इस पत्र को शेयर किया है।
पत्र में राउत ने क्या लिखा?
संजय राउत ने पत्र में लिखा कि जगदीप धनखड़ से या उनके कर्मचारियों से कोई बातचीत नहीं हो पा रही है, जो गंभीर चिंता का विषय है। हमारे उपराष्ट्रपति को आखिर क्या हुआ है? वे कहां हैं? उनकी सेहत कैसी है? क्या वे सुरक्षित हैं? देश को इन सवालों की सच्चाई जानने का अधिकार है। राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा कि ऊपरी सदन के उनके कुछ सहयोगी सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को लेकर हैबियस कॉर्पस याचिका दायर करने पर विचार कर रहे हैं, क्योंकि वह जगदीप धनखड़ को लेकर काफी चिंतित हैं।
सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी
राउत ने अपने पत्र में यह भी लिखा कि सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने से पहले, मैंने आपसे यह जानकारी मांगना ठीक समझा। मुझे उम्मीद है कि आप मेरी भावनाओं को समझेंगे और धनखड़ के वर्तमान पते, उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य के बारे में सही जानकारी देंगे। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते भी शिवसेना-यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रेस कांफ्रेंस के जरिए यही सारे सवाल पूछे थे। उन्होंने गुरुवार को कहा कि पूर्व उपराष्ट्रपति अब कहां हैं? इस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए।
21 जुलाई को धनखड़ ने दिया था इस्तीफा
बता दें कि जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को खराब स्वास्थ्य का हवाला देते होते उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उनके पद छोड़ने को लेकर कई तरह के कयास लगाए गए। विपक्ष की तरफ से तमाम तरह की बयानबाजी हुई, फिर भी आज तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि धनखड़ आखिरकार संसद में मानसून सत्र की शुरुआत के पहले दिन ही इस्तीफा क्यों दिया?