क्या होती है ‘वार्म नाइट’?
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, ‘वार्म नाइट’ तब मानी जाती है जब किसी दिन का न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.5°C से 6.4°C अधिक दर्ज किया जाए और उसी दिन का अधिकतम तापमान 40°C या उससे अधिक हो। यदि न्यूनतम तापमान सामान्य से 6.4°C से अधिक हो जाता है, तो उसे ‘सीवियर वार्म नाइट’ (Severe Warm Night) कहा जाता है। गर्म रातें मानव स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो दिनभर की तपिश के बाद रात को राहत की उम्मीद करते हैं। शरीर को ठंडा होने का समय नहीं मिल पाता, जिससे हीट स्ट्रेस और थकावट जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
बीते कुछ दिनों से भीषण गर्मी पढ़ रही है। रात में भी न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। रात का तापमान बढ़ जाने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। अत्यधिक गर्मी की वजह से कई लोगों को रात में नींद नहीं आ रही है। कई जगह पावर कट की परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है।
किन राज्यों में जारी है हीट वेव और वार्म नाइट की चेतावनी?
मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में 13 से 15 जून तक कई स्थानों पर हीट वेव और पश्चिमी राजस्थान में भीषण लू की संभावना है। पंजाब और हरियाणा में 13 से 15 जून के दौरान लू की स्थिति और कुछ हिस्सों में वार्म नाइट का अलर्ट है। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी 13 और 14 जून को लू की स्थिति बने रहने की संभावना है। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भी लू की आशंका जताई गई है। पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में गर्म और आर्द्र मौसम की चेतावनी है।
कब तक रहेगा यह मौसम?
आईएमडी के अनुसार, अगले दो दिनों तक अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। इसके बाद अगले 5 दिनों में तापमान में 2-4°C की कमी आ सकती है, जिससे थोड़ी राहत मिल सकती है। हालांकि, तब तक लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
मौसम विभाग ने नागरिकों से आग्रह किया है कि हीट वेव और गर्म रातों के दौरान अधिक से अधिक पानी पिएं, दोपहर के समय घर से बाहर न निकलें और बुजुर्गों व बच्चों का विशेष ध्यान रखें। तापमान बढ़ने की स्थिति में लू और हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए ‘वार्म नाइट’ को भी हल्के में न लें।