पूर्वोत्तर भारत में सक्रिय रहेगा मानसून
अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में 11 से 14 जून के बीच कई स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। वहीं नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 10 से 13 जून तक तेज बारिश की संभावना जताई गई है। त्रिपुरा में 8 से 12 जून के दौरान गरज, बिजली और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी दी गई है।
दक्षिण भारत में भारी वर्षा का अलर्ट
केरल, माहे, तटीय कर्नाटक और लक्षद्वीप में लगातार हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। तमिलनाडु, पुडुचेरी, रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश में 10 से 14 जून के बीच भारी वर्षा हो सकती है। 13 और 14 जून को केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। आंतरिक कर्नाटक में 12 जून को 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली आंधी चलने की आशंका है।
पूर्व और मध्य भारत में भी प्रभाव
बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है। 11-12 जून को बिहार और विदर्भ में आंधी-तूफान के साथ तेज हवाएं (70 किमी प्रति घंटे तक) चल सकती हैं। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 9 जून को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी का प्रकोप
11 से 14 जून के बीच उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन उससे पहले 8-11 जून के दौरान राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में लू और धूल भरी हवाएं चलने की संभावना है। 9 जून को पश्चिमी राजस्थान में भीषण लू का अनुमान है। 9 और 10 जून को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में गर्म रातों की चेतावनी भी दी गई है।
पश्चिम भारत में बारिश के संकेत
कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में 8 से 14 जून के दौरान बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। 12-14 जून के बीच कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत में अगले तीन दिनों में अधिकतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस बढ़ सकता है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत नहीं मिलेगी।