काफिले की गाड़ियों पर डंडे बरसाए, जूते फेंके
शुभेंदु आज सुबह जिले में आयोजित एक प्रदर्शन रैली की अगवाई कर रहे थे और तभी अचानक उनके काफिले पर हमला हो गया। प्रदर्शनकारियों ने काफिले को काले झंड़े दिखाते हुए चोर- चोर और वापस जाओ के नारे लगाने लगे। इन प्रदर्शनकारियों की गाड़ियों पर तृणमूल कांग्रेस के झंड़े भी लगे थे। इन्होंने खगराबाड़ी चौराहे के पास काफिले को घेर लिया और काफिले को आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों पर डंडे बरसाए और जूते भी फेंके। इस घटना में काफिले में शामिल एक गाड़ी का शीशा पूरी तरह चकनाचूर हो गया।
तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों से किया इनकार
घटना के दौरान इलाके में मौजूद पुलिस अधिकारी चुप चाप खड़े होकर प्रदर्शनकारियों का यह तमाशा देखते रखे। जिसके बाद काफिले में मौजूद सुरक्षाबल अधिकारी वाहनों से बाहर निकले और उन्होंने भीड़ को हटाते हुए काफिले को सुरक्षित उस स्थान से निकाला। भाजपा ने इस हमले के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उनका दावा है कि भाजपा और उसके नेताओं को डराने के लिए तृणमूल कांग्रेस ने यह साजिश रची थी। हालांकि ममता बनर्जी की पार्टी ने इन आरोपों का खंडन करते हुए बीजेपी के आंतरिक कलह को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है।