राहुल ने डेड इकॉनोमी के समर्थन में पोस्ट भी लिखा था। राहुल ने लिखा कि भारत की अर्थव्यवस्था मर चुकी है। मोदी ने इसे मार दिया। उन्होंने प्वाइंट्स गिनाते हुए कहा कि पहला मोदी-अडानी की पार्टनरशिप, दूसरा- नोटबंदी और GST की खामी और तीसरा-असेंबल इन इंडिया का फेल होना, चौथा- MSME को खत्म करना और पांचवा- किसानों के हितों की उपेक्षा ने भारत की अर्थव्यवस्था को डेड इकोनॉमी बना दिया। राहुल के इस बयान पर बीजेपी नेताओं ने जमकर हमला बोला था।
भारत को करना चाहिए दूसरे देशों का रुख: थरूर
राहुल के इस बयान को समर्थन कांग्रेस पार्टी के भीतर से भी नहीं मिला। कांग्रेस हाईकमान से दूर चल रहे सांसद शशि थरूर ने कहा कि भारत के पास विकल्पों की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि चीन की तरह भारत की अर्थव्यवस्था भी पूरी तरह से निर्यात पर निर्भर नहीं है। यदि अमेरिका अपने अनुचित मांगों पर अड़ा रहता है तो भारत को किसी और देशों का रुख करना चाहिए।
भ्रम में जी रहे ट्रंप: राजीव शुक्ला
कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने ट्रंप के टैरिफ नीति का आलोचना करते हुए कहा कि हमारी आर्थिक स्थिति बिल्कुल भी कमजोर नहीं है। अगर कोई दावा करता है कि वह हमें आर्थिक रूप से बर्बाद कर सकता है तो यह उसकी गलतफहमी है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भ्रम में जी रहे हैं।
विदेश नीति रही असफल: अखिलेश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भारत की विदेश नीति असफल साबित हुई है। भाजपा को इन विषयों पर पहले ही सोचना चाहिए था। जो लोग ये दावा करते थे कि दुनिया के साथ हमारे रिश्ते मजबूत हैं। कोई ऐसा देश नहीं है, जहां भारत को सम्मान न मिला हो, अब वह कहां हैं। हमें अपने किसानों, नौजवानों और उद्योगों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
ट्रम्प टैरिफ पर चर्चा बेहद जरूरी : मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्रंप के टैरिफ नीति पर प्रतिक्रिया दी है। मायावती ने कहा कि अमेरिका द्वारा 50 फीसदी टैरिफ लगाना निश्चित रूप से भारत के लिए बड़ी आर्थिक और कूटनीतिक चुनौती है। भारत सरकार ने इसे अनुचित, अन्यायपूर्ण व अविवेकी’ बताकर अपनी प्रारंभिक प्रतिक्रिया दी है, जो संयमित होते हुए भी इस कदम की गंभीरता को दर्शाता है। इस पर संसद में चर्चा होना जरूरी है।