संवेदनशील जानकारी कर रहा था लीक
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि मलेरकोटला पुलिस ने विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया, जो भारतीय सेना की गतिविधियों से संबंधित संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान स्थित एक हैंडलर को लीक कर रहा था। पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर एक अन्य सहयोगी को भी हिरासत में लिया गया। डीजीपी ने अपने एक्स पोस्ट में कहा, “प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी गोपनीय जानकारी के बदले ऑनलाइन लेनदेन के माध्यम से भुगतान प्राप्त कर रहे थे। वे हैंडलर के साथ नियमित संपर्क में थे और उनके निर्देशों के अनुसार स्थानीय अन्य ऑपरेटरों को धन पहुंचाने में शामिल थे।” पुलिस ने इस कार्रवाई में दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं और प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। डीजीपी यादव ने जोर देकर कहा कि यह ऑपरेशन राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति पंजाब पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। जांच अब वित्तीय लेनदेन के निशान और नेटवर्क में अन्य ऑपरेटरों व कड़ियों की पहचान पर केंद्रित होगी। सूत्रों का मानना है कि इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं, क्योंकि यह नेटवर्क गहरे तक फैला हो सकता है।
8 मई तक छुट्टियां रद्द
इस बीच, 8 मई को पंजाब पुलिस ने अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी थीं, जिससे इस ऑपरेशन की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। साथ ही, पंजाब सरकार ने एक बड़े प्रशासनिक फेरबदल में एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी और 55 पंजाब सिविल सेवा (पीसीएस) अधिकारियों के तबादले और नियुक्ति के आदेश जारी किए, जो तत्काल प्रभाव से लागू हो गए हैं।
यह कार्रवाई न केवल पंजाब पुलिस की सतर्कता और सक्रियता को दर्शाती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है। आने वाले दिनों में इस जांच से जुड़े और भी महत्वपूर्ण खुलासे होने की संभावना है, जो सीमा पार जासूसी के तंत्र को और उजागर कर सकते हैं।