पूर्व पीएम नेहरू से पीछे हैं पीएम मोदी
लगातार प्रधानमंत्री पद पर बने रहने के मामले में उनसे आगे देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) हैं। पंडित नेहरू 15 अगस्त 1947 से 27 मई 1964 तक यानी लगातार कुल 6126 दिन तक प्रधानमंत्री के पद पर रहे। प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी साल 2001 से 2014 तक गुजरात के सीएम रहे। पीएम मोदी लगातार तीन लोकसभा चुनाव (2014,2019,2024) जीतने के मामले में पंडित नेहरू की बराबरी कर चुके हैं। अगर वह 2029 का लोकसभा चुनाव जीत जाते हैं तो नेहरू के लगातार पीएम बनने का रिकॉर्ड भी टूट सकता है। वहीं, पीएम मोदी सबसे लंबे तक निर्वाचित नेता रहे हैं। मोदी ने 24 साल लगातार राज्य व केंद्र की बागडोर संभाली है। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा को छह चुनावों में जीत दिलाई है। उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव 2002, 2007 और 2012 में, और लोकसभा चुनावों 2014, 2019 और 2024 में बीजेपी के सिर पर जीत का सेहरा बांधा।
सैन्य मोर्चे पर पीएम मोदी के फैसले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने सैन्य मोर्चे पर कई अहम फैसले लिए हैं। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ तीन बड़े स्ट्राइक को अंजाम दिया। साल 2016 में पाकिस्तान सर्मथित आतंकियों द्वारा उरी में हमला किए जाने के बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया। इसके बाद साल 2019 में भारतीय सेना पर हमले का बदला लिया। इस बार भारतीय वायुसेना ने अपना पराक्रम दिखाया। भारतीय सेना ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक की। इस दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को नुकसान पहुंचाया। वहीं, साल 2025 में पहलगाम हमले का भारतीय सेना ने बदला लिया। भारतीय सेना ने इस बार न सिर्फ POJK बल्कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर और मुरीदके में स्थित जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा को निशाना बनाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के दौरान गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ भारतीय सेना की झड़प भी हुई। वहीं, चीन के साथ डोकलाम पर भी टेंशन बढ़ी। सेना ने म्यांमार में सर्जिकल स्ट्राइक की व पूर्वोत्तर में भी पीएम मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना ने उग्रवाद की कमर तोड़ी।
आर्थिक मोर्चे पर पीएम मोदी के फैसले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2014 में शुरू की गई जन धन योजना के तहत करोड़ों गरीबों के बैंक खाते खोले गए। भारत जैसे विशाल देश में एक समान टैक्स लागू करना असंभव-सा लगता था, लेकिन इस असंभव काम को भी पीएम मोदी ने GST लागू कर संभव कर दिखाया। भारत में आज सबसे ज्यादा डिजिटल लेनदेन किया जाता है। प्रतिदिन 1 रुपए की माचिस से लेकर 1 लाख तक का ट्रांजेक्शन डिजिटल पेमेंट के जरिए आसानी से हो जाता है। आज भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है। भारत में इज ऑफ डूइंग बिजनेस भी आसान हुई है। भारत सरकार ने मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं को प्रोत्साहित किया।
शिक्षा, समाज व स्वास्थ्य पर पीएम मोदी के फैसले
साल 2014-15 में कॉलेजों की संख्या 38,498 थी, जो मई 2025 तक बढ़कर 51,959 हो गई हैं। इसी अवधि में यूनिवर्सिटी की संख्या 760 से बढ़कर 1,334 हो गईं। साल 2014 से पहले 16 IIT संस्थान थे, जोकि साल 2024 में बढ़कर 23 हो गई। देश भर में मुफ्त कोरोना वैक्सीन लगाई गई। आयुष्मान भारत जैसी स्वास्थ्य बीमा योजना लाई गई। जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाया गया। तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाए गए। वक्फ संशोधन कानून को लागू किया गया।
इंदिरा ने बैंकों का किया राष्ट्रीयकरण, बांग्लादेश को कराया आजाद
वहीं, इंदिरा गांधी ने अपने कार्यकाल के दौरान कई एतिहासिक फैसले लिए। इन फैसलों ने भारतीय राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज पर गहरा असर डाला। साल 1969 में उन्होंने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया। इसका उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं को ग्रामीण और गरीब क्षेत्रों तक पहुंचाना, अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और सामाजिक समानता को बढ़ावा देना था। उन्होंने साल 1971 में सोवियंत संघ के साथ रणनीतिक साझेदारी की और पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में नरसंहार और शरणार्थी संकट के जवाब में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया। महज 16 दिन में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को घुटने बल झुका दिया। इंदिरा गांधी के नेतृत्व में भारत ने पहला परमाणु परीक्षण ‘स्माइलिंग बुद्धा’ राजस्थान के पोखरण में किया। इसने भारत को परमाणु शक्ति संपंन्न राष्ट्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके साथ ही भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूती प्रदान किया। इसके अलावा इंदिरा गांधी ने हरित क्रांति को समर्थन देकर भारत में कृषि उत्पादकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही, उन्होंने 1972 में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम लागू किया और प्रोजेक्ट टाइगर शुरू किया। बाघों की घटती आबादी को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।