लक्षद्वीप में 122 किसानों को मिली 20वीं किस्त
लेकिन इस बीच एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है – केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में इस योजना के तहत सिर्फ 122 किसान ही पंजीकृत हैं, और इन्हीं को यह 20वीं किस्त प्राप्त हुई है। यह संख्या देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सबसे कम है। विशेषज्ञों का मानना है कि लक्षद्वीप की कम आबादी, भौगोलिक स्थितियां, और सीमित कृषि गतिविधियां इसकी मुख्य वजह हैं। यहां की अधिकांश भूमि नारियल की खेती और मत्स्य पालन के लिए प्रयोग में लाई जाती है, जो कि स्थानीय लोगों की मुख्य आजीविका है।
तुलनात्मक रूप से देखें तो अन्य कम नामांकन वाले क्षेत्रों में शामिल हैं:
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह: लगभग 15,628 किसान
- सिक्किम: लगभग 18,000 किसान
- गोवा: लगभग 11,000 किसान
यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि पंजीकरण संख्या और किस्त प्राप्त करने वालों की संख्या में फर्क हो सकता है। ई-केवाईसी, आधार लिंकिंग और पात्रता मापदंड पूरा न करने पर कई किसानों को भुगतान नहीं मिल पाता।
सटीक और अपडेटेड राज्यवार आंकड़ों के लिए पीएम किसान पोर्टल pmkisan.gov.in पर ‘लाभार्थी सूची’ अनुभाग सबसे विश्वसनीय स्रोत है।
कैसे चेक करें अपना स्टेटस?
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आपको यह किस्त मिली है या नहीं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें: - pmkisan.gov.in वेबसाइट खोलें
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