क्या है पूरा मामला
दरअसल युवती पानीपत की रहने वाली है और वहां वो एक स्टोर में काम करती थी। युवती बद्दी में जाकर काम करना चाहती थी और इसी दौरान उसकी दो नाबालिग सहेलियां ( उम्र 15 साल और 16 साल ) भी घर से भाग कर आपस में शादी करने की योजना बना रही थी। ऐसे में युवती ने दोनों लड़कियों को अपने साथ चलने की बात कही और तीनों ने साथ में जाने का फैसला किया। नाबालिग लड़कियों ने जब अपना प्लान अपनी एक अन्य सहेली को बताया तो वो भी उनके साथ जाने को तैयार हो गई। पिछले दो महीने से आरोपी विशाल भी युवती के साथ स्टोर पर काम कर रहा था। यहां दोनों की जान पहचान बढ़ी और इसलिए विशाल भी उनके साथ आने को तैयार हो गया। इसके बाद चारों लड़कियां और विशाल 12 जून को अपने-अपने घरों से निकले और ट्रेन से पंचकूला के मढावाला पहुंच गए।आरोपी युवती पर शादी करने का दबाव बना रहा था
मढावाला में चारों लड़कियां और विशाल युवती के जानकार प्रदीप के यहां रुके। रात में प्रदीप और विशाल छत पर सो जाते और चारों लड़कियां नीचे कमरे में रहती थी। लेकिन 14 जून को प्रदीप ड्यूटी चला गया और विशाल चारों लड़कियों के साथ अकेला कमरे पर रह गया। युवती के अनुसार, विशाल ने उसे अकेला देखकर परेशान करना शुरु कर दिया। वह युवती पर अपने पति को छोड़ कर उससे शादी करने का दबाव बनाने लगा। युवती ने विशाल को शादी करने से मना कर दिया तो वह उसके साथ जबरदस्ती करने लगा।
युवती ने किया इनकार तो की चाकू से किया हमला
इस बीच युवती ने पंचकूला पुलिस में विशाल की शिकायत भी दर्ज कराई लेकिन उसने नाबालिग लड़कियों को भगाने वाली बात पुलिस से छिपा ली। 16 जून की रात विशाल की चारों लड़कियों से इसी बात कर बहस हुई और फिर सभी सो गए। लेकिन आधी रात को विशाल अचानक उठा और उसने चाकू से युवती पर हमला कर दिया। युवती की चीख से तीनों लड़किया उठ गई और उन्होंने देखा की विशाल युवती के गले पर चाकू से लगातार वार कर रहा है। सब ने मिल कर विशाल को हटाने की कोशिश की लेकिन तब तक वह दो बार युवती के गले पर चाकू से वार कर चूका था। इसके बाद वह घटना स्थल से भाग गया।
नारायणी उत्थान समिति ने नाबालिग लड़कियों की काउंसिलिंग की
यह मामला नाबालिक लड़कियों से जुड़ा था इसलिए युवती के अस्पताल से डिस्चार्ज होने पर इसकी जानकारी नारी तू नारायणी उत्थान समिति को दी गई। यहां युवती और दोनों नाबालिग लड़कियों की काउंसिलिंग की गई। इस दौरान युवती ने बताया कि उसने नाबालिग होते हुए लव मैरिज की थी लेकिन बाद में दोनों में लड़ाई होने लगी इसके चलते वह अपने पति से अलग रहने लगी। युवती जिस स्टोर में काम करती थी वहीं 15 साल की नाबालिग भी काम करती थी जिसने अपने समलैंगिक रिश्ते के बारे में युवती को बताया और फिर उन्होंने घर से भागने की योजना बनाई। हालांकि बाद में समिति ने नाबालिग लड़कियों को समझा कर उनके परिजनों के साथ भेज दिया।