प्रेमानंद महाराज ने बताई आतंकवादियों को कौन सी सजा दी जाए, कहा- आतंकी के बीबी-बच्चे हों तो…
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत में आक्रोश है। पाकिस्तानी आतंकी संगठन द रेसिस्टेन्स फ्रंट ने 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हिंदू पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर हिंदू होने की पुष्टि करके उन पर गोलीबारी कर दी।
Pahalgam Terror Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से देशभर में आक्रोश है। भारत ने इस आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है। देश की जनता में इस घटना को लेकर उबाल है। हर कोई चाहता है कि पाकिस्तान को इसके लिए कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। आम जनता से लेकर संत समाज तक में गुस्सा है। वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज ने इसकी कड़ी निंदा की है। उन्होंने कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद दोषियों को कड़ी सजा देने की बात कही है।
प्रेमानंद महाराज का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक जवान महाराज से सवाल करत है कि एक आतंकवादी को पकड़ लेते है तो वह बीवी और बच्चों की दुहाई देकर अपनी जांच की भीख मांगता है, तो क्या करना चाहिए। इस पर महाराज कहते है कि हम नहीं छोड़ेंगे, हमको दया नहीं दिखानी है। क्यों, अगर वो छोड़ा गया तो लाखों लोगों की हत्या करेगा। कई परिवारों को नष्ट कर देगा। उसका उद्देश्य सही नहीं है।
वीडियो में प्रेमानंद महाराज आगे कहते है कि हमारा शास्त्र कहता है कि उसे मार देना ही उतम है। उसका उद्देश्य लोगों को मारना है। ऐसे लोगों के प्रति दया का भाव नहीं रखना चाहिए। अगर वह बचा रहा तो लाखों लोगों की हत्या करेगा। उसकी मृत्यु ही सेवा है। कभी भी शत्रु पर दया नहीं करनी चाहिए। वरना वो आपकी भी जान ले लेगा। वो तो उड़ाने ही आया है।
यूजर्स कर रहे हैं जमकर कमेंट
सोशल मीडिया पर प्रेमानंद महाराज के वीडियो को खूब पसंद किया जा रहा है। इस पर यूजर्स जमकर कमेंट कर रहे हैं। लोग महाराज की बात कर समर्थन करते हुए कह रहे है कि पाकिस्तान और आतंकवादियों उसकी ही भाषा में जवाब देना चाहिए। अब समय आ गया है आतंकियों का सफाया कर देना चाहिए।
भारत ने लिए कई बड़े फैसले
आपको बता दें कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन द रेसिस्टेन्स फ्रंट (The Resistance Front – TRF) ने 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हिंदू पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर हिंदू होने की पुष्टि करके उन पर गोलीबारी कर दी थी। इस आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई और 20 घायल हो गए। भारत ने इस आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहराते हुए कई बड़े फैसले लिए, जिनमें सिंधु जल समझौता रोकना सबसे बड़ा फैसला रहा। अगर सिंधु नदी का पानी पाकिस्तान जाने से रोकने पर पाकिस्तान में पानी की गंभीर समस्या पैदा हो जाएगी।