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थ्री-लेन हाईवे घोटाला: आतंकवादियों ने कोरे कागज़ पर हस्ताक्षर करवाए, ग्रामीणों को आधी राशि तक का मुआवज़ा मिला

Highway Compensation Scam Manipur:
मणिपुर में हाईवे परियोजना के मुआवज़े में बड़ा घोटाला सामने आया है। उग्रवादी समूह ने ग्रामीणों से कोरे कागज़ों पर हस्ताक्षर करवा कर लाखों रुपये हड़प लिए।

भारतJul 20, 2025 / 09:48 pm

M I Zahir

Highway Compensation Scam Manipur

मणिपुर के कांगपोकपी में थ्री-लेन हाईवे चौड़ी करने की परियोजना में घोटाला सामने आया है। (फोटो: X Handle Meitei Ye k Salai.)

Highway Compensation Scam Manipur: मणिपुर के कांगपोकपी इलाके में चल रही थ्री-लेन हाईवे चौड़ी करने की परियोजना में भ्रष्टाचार (Manipur compensation scam) के आरोप सामने आए हैं। प्रभावित ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें मिलने वाला मुआवज़ा (Highway land acquisition fraud) आधे से भी कम मिल रहा है, क्योंकि आतंकवादियों (Manipur infrastructure corruption) ने बीच में कागज़ पर हस्ताक्षर करवा कर हिस्सा काट लिया। एक लाभार्थी को कुल 17 लाख रुपये मिलने चाहिए थे, लेकिन उसे सिर्फ 3.8 लाख रुपये ही मिले। खुद उसने बताया कि 5% कटौती से ज्यादा हुआ, लेकिन आबादी ने डर के कारण कुछ नहीं कहा। आशंका है कि आतंकवादियों ने भारी हिस्सा अपने खाते में डाला है।

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अर्धसैनिकों ने भी प्रमाण ढूंढे

ढेर सारे न्यायालय और बैंक दस्तावेज़ों की जांच करने पर पता चला कि मुआवज़े की कुल राशि 320.52 करोड़ रुपये थी, लेकिन कथित रूप से मात्र आठ बिचौलियों के खातों में 18 करोड़ रुपये जमा हुए। हाल ही में श्रेणीवार शिकायतें दर्ज की गई हैं। इस संबंध में अर्धसैनिकों ने भी प्रमाण ढूंढे हैं।

केवल नागा व मैतेई लोगों को पूरी मुआवजा राशि मिली

डीसी से शिकायत करने वाले कुछ लाभार्थियों का कहना है कि न केवल नागा ग्रामीणों, बल्कि मैतेई लोगों को भी पूरी मुआवजा राशि मिली है।

डीसी महेश चौधरी का बयान देने से इनकार

ग्रामीणों ने डिप्टी कमिश्नर महेश चौधरी को शिकायत दी, लेकिन उन्होंने इस पर गहराई से बयान देने से मना कर दिया और कहा कि हम नियमों के अनुसार कार्रवाई कर रहे हैं।

जांच का दायरा अब व्यापक

बैंक स्टेटमेंट, कोर्ट दस्तावेज़ और लिखित शिकायतों को देखने के बाद विशेषज्ञों का मानना है कि सरकारी धन का गलत इस्तेमाल आतंकवादियों को फंडिंग करने में हो सकता है। जांच के आधार पर और बिचौलिये सामने आ सकते हैं।

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