दांत से कांटा, गले पर खरोंच, कोलकाता गैंगरेप मामले में मेडिकल रिपोर्ट में हुए सनसनीखेज खुलासे
Kolkata Law Student Gang Rape: कोलकाता गैंगरेप मामले में मेडिकल रिपोर्ट में कई खुलासे हुए। जांच में पीड़िता के शरीर पर दांतों से काटने के निशान, नाखूनों से खरोंच और जबरन यौन कृत्य के सबूत मिले हैं।
Kolkata Rape Case: कोलकाता के साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में 25 जून 2025 को 24 वर्षीय प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ हुए कथित सामूहिक बलात्कार के मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस जघन्य घटना की मेडिकल रिपोर्ट ने अपराध की क्रूरता को और स्पष्ट कर दिया है। मेडिकल जांच में पीड़िता के शरीर पर दांतों से काटने के निशान, नाखूनों से खरोंच और जबरन यौन कृत्य के सबूत मिले हैं, जो इस अपराध की बर्बरता को उजागर करते हैं।
कोलकाता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 26 जून को रात 10 बजे पीड़िता की मेडिकल जांच की गई। रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता की गर्दन और छाती पर खरोंच के निशान पाए गए हैं। जांघों के भीतरी हिस्सों और निजी अंगों पर गंभीर चोटें दर्ज की गई हैं। फोरेंसिक जांच के लिए तीन स्वाब सैंपल लिए गए हैं, जिनके जरिए डीएनए और अन्य बायोलॉजिकल एविडेंस जुटाए जा रहे हैं। डॉक्टरों ने यौन उत्पीड़न की संभावना से इनकार नहीं किया है, हालांकि बाहरी जननांगों पर कोई चोट नहीं पाई गई।
पीड़िता ने दिया बयान
पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि यह घटना कॉलेज के गार्ड रूम में हुई, जहां उसे तीन घंटे से अधिक समय तक यातनाएं दी गईं। उसने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की छात्र शाखा की बैठक के बाद उसे निशाना बनाया गया। कोलकाता पुलिस ने क्राइम सीन को रीक्रिएट किया और 25 जून के 7 घंटे के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जो पीड़िता के आरोपों की पुष्टि करते हैं।
पुलिस की कार्रवाई
कोलकाता पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक पूर्व छात्र, दो कॉलेज स्टाफ और एक सुरक्षा गार्ड शामिल हैं। गार्ड पर आरोप है कि उसने अपराध को रोकने की बजाय आरोपियों की मदद की। मामले की जांच के लिए सहायक आयुक्त प्रदीप कुमार घोषाल की अगुवाई में पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। कोर्ट ने तीन मुख्य आरोपियों को 1 जुलाई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
राजनीतिक विवाद और विरोध
इस घटना ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में भूचाल ला दिया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आरोप लगाया है कि मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा टीएमसी से जुड़ा हुआ है, हालांकि टीएमसी ने दावा किया है कि उसे 2021 में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। बीजेपी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की है, जबकि टीएमसी के अंदर भी इस मामले पर मतभेद सामने आए हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने खुद संज्ञान लेते हुए कोलकाता पुलिस से 72 घंटे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
शादी का प्रस्ताव ठुकराने को दिया अंजाम
मामले में मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा उर्फ ‘मैंगो’ के बारे में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। कॉलेज के सूत्रों के अनुसार, मनोजित लड़कियों की तस्वीरें मॉर्फ कर उन्हें शेयर करता था और छात्राओं का बॉडी शेमिंग करता था। उसने पीड़िता को शादी का प्रस्ताव दिया था, जिसे ठुकराने पर उसने इस अपराध को अंजाम दिया।