पीएम मोदी ने कहा कि यह लड़ाई देश के हर दुश्मन के खिलाफ है, चाहे वह सीमा पार हो या देश के भीतर। पीएम ने कहा, “जब मैं पहलगाम आतंकी हमले के बाद बिहार आया था, तब कहा था कि आतंकियों को उनकी कल्पना से परे सजा दी जाएगी। आज मैं यह कह सकता हूं कि हमारे वादे पूरे हो चुके हैं। जिन आतंकवादियों ने पाकिस्तान से बैठकर हमारे बहनों की इज्जत को ठेस पहुंचाई, हमारी सेना ने उनके ठिकानों को खंडहर में बदल दिया। पाकिस्तान और दुनिया ने देख लिया है कि भारत की बेटियों की शक्ति क्या होती है।”
पाकिस्तान के एयरबेस तबाह, आतंकियों को घुटनों पर लाया गया
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आतंकवादियों को पनाह देने वाली पाकिस्तानी सेना को भी भारतीय सेना ने मात्र कुछ ही मिनटों में घुटनों पर ला दिया। पीएम मोदी ने कहा, ‘पाकिस्तान के एयर बेस और सैन्य ठिकानों को पूरी ताकत से तबाह किया गया। यह नया भारत है, जिसकी ताकत को दुनिया ने महसूस किया है।’
बिहार की धरती से भारत की सुरक्षा को नई मिसाल
प्रधानमंत्री ने बिहार को वीर कुंवर सिंह की भूमि बताते हुए कहा कि यहां के हजारों युवा देश की सेवा में अपनी जवानी न्योछावर करते हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बीएसएफ जवानों ने अद्भुत साहस और पराक्रम का परिचय दिया। उन्होने कहा, ‘बीएसएफ की सुरक्षा हमारी सीमा की अभेद्य चट्टान है। 10 मई को शहीद हुए बीएसएफ सब इंस्पेक्टर इम्तियाज को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”
नक्सलवाद पर बिहार में लगाम, विकास की नई शुरुआत
पीएम मोदी ने बिहार के नक्सल प्रभावित इलाकों की स्थिति का उल्लेख करते हुए बताया कि कुछ साल पहले सासाराम, कैमूर जैसे जिलों में नक्सलवाद चरम पर था। उन्होंने कहा, “नकाबपोश नक्सली बंदूक लेकर सड़कों पर आतंक मचाते थे, सरकारी योजनाएं जनता तक नहीं पहुंच पाती थीं, अस्पताल, मोबाइल टावर, स्कूल तक नहीं थे। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने विकास की राह पकड़ी।” पीएम मोदी ने कहा कि 2014 के बाद माओवादियों को कठोर सजा दी गई और युवाओं को विकास की मुख्यधारा में शामिल किया गया। उन्होंने कहा, “देश में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या सवा सौ से घटकर अब मात्र 18 रह गई है। जल्द ही माओवादी हिंसा पूरी तरह खत्म हो जाएगी और शांति-सुरक्षा गांव-गांव तक पहुंचेगी।”
बिहार में विकास के नए युग की शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “नीतीश कुमार के नेतृत्व में जंगलराज की खत्म हुई सरकार के बाद बिहार ने विकास के नए अध्याय की शुरुआत की। टूटी सड़कें, खराब रेलवे और बिखरी हुई इन्फ्रास्ट्रक्चर अब केवल इतिहास बनकर रह गई हैं।”