मानसिक बीमारी और गरीबी बनी काल
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतकों की पहचान छठु रविदास (40) और उसकी पत्नी लक्ष्मी देवी (35) के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि छठु लंबे समय से मानसिक बीमारी से पीड़ित था और रांची स्थित एक मानसिक अस्पताल से उसका इलाज चल रहा था। परिवार की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं थी, जिसके चलते वह बीते कुछ समय से तनाव में था।
अक्सर होते रहते थे घरेलू विवाद
पुलिस ने बताया कि छठु और उसकी पत्नी के बीच अक्सर घरेलू विवाद होते रहते थे। प्रारंभिक जांच के अनुसार, शुक्रवार रात दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हुई, जिसके बाद छठु ने गुस्से में आकर एक बड़ा पत्थर उठाकर पत्नी के सिर पर वार कर दिया। इससे लक्ष्मी देवी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद छठु कमरे में जाकर बंद हो गया और आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम
शनिवार सुबह दोनों के शव मिलने पर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज दिया है। हिलसा के पुलिस उपाधीक्षक रंजन कुमार ने बताया कि मृतक के शरीर पर किसी तरह के बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं। छठु की मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
पांच साल पहले हुआ था छठु और लक्ष्मी का विवाह
स्थानीय लोगों के अनुसार, छठु और लक्ष्मी का विवाह पांच साल पहले हुआ था। यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य और घरेलू कलह की अनदेखी से उत्पन्न गंभीर परिणामों की ओर भी संकेत करती है।