मणि महेश यात्रा में 16 की मौत, हजारों यात्री रेस्क्यू- हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष मानसून सीजन के दौरान चांबा जिले में मणि महेश यात्रा में 16 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इसकी अधिकारिक पुष्टि की गई हैं। कैलाश पर्वत की तलहटी स्थित महेश मणि डल झील तक हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करने वाली तीर्थयात्रा भारी बारिश, भूस्खलन के कारण बाधित हो गई है। राधाष्टमी पर हिमनद पर होने वाला शाही स्नान भी रद्द कर दिया गया। यात्रा को समय से पहले रोकना पड़ा। इससे 15 हजार से ज्यादा श्रद्धालु फंस गए। खराब मौसम में हेलिकॉप्टर व्यवस्था प्रभावित होने के कारण श्रद्धालुओं को वैकल्पिक साधनों से रेस्क्यू किया गया।
हिमाचल : 300 मौत, 3 लाख करोड़ से नुकसान आकलन -300 से अधिक लोगों की मौत।-1280 से ज्यादा घर तबाह। -35240 से ज्यादा जानवर व पशु मौत के शिकार।-3 लाख करोड़ से ज्यादा वित्तीय नुकसान -चार धाम और हेमकुंड साहिब यात्रा 5 सितम्बर तक स्थगित।
(20 जून से 1 सितम्बर तक) बाढ़-आपदा से बिगड़े हालात – पंजाब के 9 जिलों में बाढ़ में कहर से 1300 से अधिक गांवों का जनजीवन प्रभावित हो चुका हैं। हरियाणा में छह जिलों में बाढ़ के हालात हैं। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार प्रदेश में अब तक 2.50 लाख एकड़ में फसलों को नुकसान हुआ है। चालीस हजार किसान प्रभावित हुए। उत्तराखंड में केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोमवार को भूस्खलन से दो यात्रियों की मौत हो गई और छह घायल हो गए। जम्मू-कश्मीर में चेनाब, तवी नदी में पानी बढऩे से जनजीवन प्रभावित है। कई जगहों पर भूस्खलन से सड़क मार्ग प्रभावित हुए हैं।
कश्मीर से राजस्थान-दिल्ली तक फिर बड़ा अलर्ट- आइएमडी के अनुसार सोमवार को उत्तराखंड, पश्चिम राजस्थान और तेलंगाना में 21 सेमी भारी से बहुत भारी वर्षा, हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, चंडीगढ़ व उत्तरप्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर 20 सेमी तक बहुत भारी वर्षा तथा जम्मू, मध्यप्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात व छत्तीसगढ़ में भारी वर्षा दर्ज की गई। आइएमडी ने 3 सितम्बर तक उत्तर-पश्चिम भारत के जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी व पूर्वी राजस्थान, दिल्ली, लद्दाख, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश में और अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई है। 3 से 6 सितम्बर तक कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, तटीय कर्नाटक में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है।