हत्या के मामले में अंदर
2004 में अंधेरी पुलिस स्टेशन में दर्ज इस मामले के अनुसार, 6-7 लोग व्यापारी की फर्म के कार्यालय में घुसे और वहां मौजूद एक अकाउंटेंट पर गोलियां चलाई थीं। इस घटना में छोटा राजन को वांछित आरोपी घोषित किया गया था। 2015 में इंडोनेशिया के बाली से प्रत्यर्पण के बाद राजन पर इस मामले में मुकदमा चलाया गया। हालांकि, विशेष अदालत ने सबूतों के अभाव में राजन को बरी कर दिया।
कई अन्य मामले दर्ज
छोटा राजन वर्तमान में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है, जहां वह 2011 में पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। इसके अलावा, राजन के खिलाफ कई अन्य आपराधिक मामले भी लंबित हैं। इस बरी होने के बावजूद, अन्य मामलों के कारण उनकी जेल से रिहाई की संभावना नहीं है। अदालत के इस फैसले ने एक बार फिर छोटा राजन से जुड़े मामलों में सबूतों की कमी को उजागर किया है, जैसा कि उनके कुछ अन्य मामलों में भी देखा गया है।