जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद खाली हुई जगह
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद से उपराष्ट्रपति पद की जगह खाली हुई है। मानसून सत्र के पहले दिन 21 जून को जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दिया था।
कैसे होता है उपराष्ट्रपति पद पर चुनाव
उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य हिस्सा लेते हैं। तय नियमों के तहत सभी के वोट का मूल्य एक समान होता है। उपराष्ट्रपति पद पर चुनाव के लिए तैयार की गई निर्वाचक मंडल की सूची में कुल 782 सदस्य हैं। इनमें से 542 सदस्य लोकसभा से हैं, जबकि 240 सदस्य राज्यसभा से हैं। बहुमत का आकंड़ा 394 है। केंद्र में सत्ताधारी गठबंधन के बाद उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए तैयार की गई निर्वाचक मंडल की सूची में कुल 782 सदस्य है। इनमें 542 सदस्य लोकसभा के है, जबकि 240 सदस्य राज्यसभा के है। ऐसे में नए उपराष्ट्रपति पद पर वही व्यक्ति निर्वाचित होगा, जिसके पास 394 सदस्यों का समर्थन होगा। सत्ताधारी NDA के पास 422 वोट हैं। ऐसे में एक बार फिर मोदी सरकार अपने मन मुताबिक शख्स को उपराष्ट्रपति पद पर बैठा सकती है।