1 लाख करोड़ रुपये देने का अनुरोध
रविवार को अपने सदाशिवनगर स्थित आवास के पास मीडिया से बातचीत करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी से बेंगलुरु को कम से कम 1 लाख करोड़ रुपये का अनुदान देने का अनुरोध करता हूं। राज्य सरकार ने मेट्रो परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए पूरी धनराशि उपलब्ध करा दी है। केंद्र की भाजपा सरकार को 50 प्रतिशत राशि उपलब्ध करानी चाहिए थी। उसने वह भी नहीं दी। हालांकि, हमने यह काम बेंगलुरु शहर के लोगों के लाभ के लिए पूरा किया है।
शिवकुमार ने कहा- केंद्र ने कोई सहयोग नहीं किया
उन्होंने कहा कि बेंगलुरु देश का दूसरा सबसे अधिक टैक्स देने वाला शहर है, फिर भी जो अनुदान मिला वह बहुत कम है। अहमदाबाद को 20 प्रतिशत टैक्स का हिस्सा दिया गया है। हमें केवल 10 प्रतिशत दिया गया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बेंगलुरु को भी एक तरह से देश की राजधानी की तरह समझें। हम राजनीति नहीं कर रहे हैं, बल्कि एक अनुरोध कर रहे हैं।
शिवकुमार ने आगे कहा कि भाजपा कहती है कि हमने सब कुछ खुद किया। उनकी कोई उपलब्धि नहीं है। एक भी सांसद बेंगलुरु शहर या राज्य के लिए 10 रुपये भी नहीं लाया। उन्होंने कोई सहयोग भी नहीं किया। कर्नाटक के भाजपा सांसदों को शर्म आनी चाहिए।
केवल केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने कभी-कभी हमारे अनुरोधों का जवाब दिया है। इसके अलावा, एक भी रुपये नहीं आया। उन्होंने नरेगा परियोजना के लिए भी पैसा नहीं दिया उन्होंने केंद्र सरकार पर कर्नाटक की उपेक्षा करने का भी आरोप लगाया। शिवकुमार ने कहा कि केंद्र सरकार ने कर्नाटक की पूरी तरह से उपेक्षा की है। उसने अनुदान देने में भी लापरवाही बरती है। हमने प्रधानमंत्री को इसका उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित करके उनका सम्मान किया है।
हर साल आईटी क्षेत्र में पैदा हो रही 1 लाख नौकरियां
शिवकुमार ने कहा कि बेंगलुरु में हर साल आईटी क्षेत्र में 1 लाख नौकरियां पैदा हो रही हैं। हमने आईटी कंपनियों वाले इलाके को फाएयदा पहुंचाने के लिए येलो लाइन बनाई है। आज उस लाइन का उद्घाटन हुआ है। इलेक्ट्रॉनिक सिटी फ्लाईओवर भी मनमोहन सिंह के समय में बना था। जब उनसे भाजपा नेताओं के इस बयान के बारे में पूछा गया कि मेट्रो के दूसरे और तीसरे चरण में मोदी का योगदान बढ़ा है, तो उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, यहां किसी का योगदान नहीं है। यह सब एसएम कृष्णा और वाजपेयी के समय में शुरू हुआ था। वे बताएं कि हमने कितना अनुदान दिया है, मैं भी बता दूंगा।
इन कंपनियों ने भी दिया पैसा
इसके साथ, शिवकुमार ने यह जानकारी दी कि इस मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए किन किन कंपनियों ने पैसा दिया। उन्होंने कहा कि मैं इंफोसिस, डेल्टा, बायोकॉन और अन्य कंपनियों को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने येलो लाइन मेट्रो स्टेशनों के लिए धन दान किया है।