चिराग ने चिट्टी में क्या लिखा है?
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने चिट्ठी में लिखा कि 26 मई को मुजफ्फरपुर के करनी में 9 वर्षीय दलित बालिका के साथ गैंगरेप और फिर हत्या का प्रयास की घटना केवल मासूम की हत्या नहीं बल्कि हमारे राज्य की कानून व्यवस्था सामाजिक चेतना और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को भी उजागर करती है। यह दुर्भाग्य है कि बच्ची को अस्पताल में भर्ती करने के लिए लगातार 6 घंटे तक एंबुलेंस में ही तड़पते हुए इंतजार करवाया गया। जिन दरिंदों ने मासूम के साथ रेप किया वह जितने दोषी हैं, उतने ही दोषी अस्पताल के डॉक्टर और प्रशासनिक स्टाफ भी हैं, जिन्होंने बच्ची को बचाने के लिए जरूरी उपचार देने के बजाय उसे एंबुलेंस में ही छोड़ दिया। यह केवल लापरवाही नहीं बल्कि मानवता के विरुद्ध अपराध भी है।
तेजस्वी ने चिराग पासवान से पूछे ये सवाल
चिराग पासवान के इस पत्र पर नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि अगर सरकार कोई जवाब नहीं देती है तो चिराग पासवान क्या करेंगे? तेजस्वी यादव ने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पीएमसीएच के निदेशक डॉक्टर आईएस ठाकुर को बचाने के लिए डॉक्टर अभिजीत को हटाया है। डॉक्टर अभिजीत को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि मेरे पास एक चिट्ठी है जो कि 6 सितंबर 2022 की है। यह चिट्टी छापेमारी में मिली थी। इसके बाद डॉक्टर अभिजीत को हटाया गया था। उनकी जगह पर डॉक्टर सरफराज को चार्ज दिया गया था। हम लोगों की सरकार जाने के तुरंत बाद मंगल पांडेय एक बार फिर से उन्हें ले आए। डॉक्टर अभिजीत RSS के व्यक्ति हैं।