लालू यादव से बढ़ाई नजदीकियां
बता दें कि पशुपति पारस ने एनडीए से नाता तोड़ने का ऐलान करने के बाद महागठबंधन, खासकर राजद के साथ उनकी नजदीकियां बढ़ा ली। लालू से मुलाकात को लेकर पशुपति पारस ने कहा कि उनसे हमरा पुराना और पारिवारिक संबंध है। लालू प्रसाद यादव से महागठबंधन में शामिल होने को लेकर कई बार बातें भी हुई है।
चिराग को लेकर क्या बोले पशुपति पारस
मीडिया से बात करते हुए पशुपति पारस ने केंद्रीय मंंत्री चिराग पासवान को लेकर भी बड़ा बयान दिया है। पशुपति पारस ने कहा कि चिराग पासवान यदि इतने ही लोकप्रिय और बड़े नेता है तो कुशेश्वर स्थान और तारापुर सीट पर हुए उपचुनाव में अपनी पार्टी को जीत क्यों नहीं दिला सके। दोनों सीटों पर उनकी पार्टी की जमानत जब्त हो गई। विधानसभा चुनाव 2020 में तो रामविलास पासवान की मृत्यु पर सहानुभूति के तहत वोट मिल गया था।
संपत्ति विवाद को लेकर क्या बोले पशुपति पारस
इस दौरान पशुपति पारस ने संपत्ति विवाद को लेकर भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि संपत्ति का बंटवारा होना चाहिए, जिसमें खगड़िया के पैतृक घर से लेकर दिल्ली तक की संपत्तियों को शामिल किया जाए। पारस ने दावा किया कि तीन भाइयों (रामविलास पासवान, पशुपति पारस, और रामचंद्र पासवान) का संपत्ति में बराबर का हिस्सा है, लेकिन रामविलास पासवान की संपत्ति को दो हिस्सों में बांटा जाना चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह विवाद राजनीतिक साजिश का हिस्सा है और कुछ समय में सच सामने आ जाएगा। सीट बंटवारे को लेकर होगी समस्या
बता दें कि यदि पशुपति पारस की पार्टी महागठबंधन में शामिल होती है तो सीट बंटवारे को लेकर खींचतान होगी। दरअसल, पशुपति पारस ने कहा है कि रालोजपा महागठबंधन में शामिल होने पर “सम्मानजनक संख्या” में सीटें चाहेगी। हालांकि महागठबंधन के अन्य दल भी ज्यादा से ज्यादा सीटें चाहेंगे।