अधिकारियों को एक सप्ताह में ब्लॉक, तहसील, जिला स्तर पर दर्ज शिकायतों के निराकरण करते हुए ए ग्रेड प्राप्त करने के निर्देश दिए। पिपरिया केसला तथा सिवनी मालवा तहसील के खराब ग्रेडिंग पर असंतोष व्यक्त करते हुए निर्देश दिए की इस प्रकार के प्रदर्शन की पुनरावृत्ति ना हो यह सुनिश्चित किया जाए।
मॉनिटरिंग के दिए निर्देश
महिला एवं बाल विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि 500 दिवस से अधिक समय से लंबित शिकायतों के निराकरण में तेजी लाई जाए। जनपद सीईओ, नगर पालिका सीएमओ को कर्मकार मंडल से जुड़े समस्त प्रकरणों में पंजीयन के बाद संबंधित कार्यवाहियों को शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) ,समग्र ई-केवाईसी की की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने सोहागपुर, पिपरिया के एसडीएम को ई-केवाईसी की प्रगति की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। ये भी पढ़ें:
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जिन तहसीलों में आधार आरओआर एवं फार्मर रजिस्ट्री की प्रगति धीमी है। वहां शिविर आयोजित कर फार्मर रजिस्ट्री एवं आरओआर की संख्या वृद्धि करने के निर्देश दिए। ब्लॉक, तहसील स्तर पर ई ऑफिस प्रणाली लागू एसडीएम, तहसील स्तरीय अधिकारियों को अधीनस्थ कार्यालय के कर्मचारियों की जानकारी तैयार कर जिला ई गवर्नेंस प्रबंधक को शीघ्र ही उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
बैठक में अधिकारी कर्मचारियों को अपने-अपने कार्यालयों ,आवासों के समीप पौधारोपणकरने को कहा गया है। बैक में जिला पंचायत सीईओ टी प्रतीक राव, अपर कलेक्टर डीके सिंह, संयुक्त कलेक्टर संपदा सराफ, सिटी मजिस्ट्रेट बृजेंद्र रावत, डिप्टी कलेक्टर डॉ बबीता राठौड़ मौजूद रही।