पुलिस के मुताबिक, मिरकरवाडा के खडक मोहल्ला इलाके में एक मोबाइल दुकान के लिए फर्नीचर का काम चल रहा था। यहां उत्तर प्रदेश से आए कुछ मजदूर पिछले कुछ दिनों से काम कर रहे थे, जिनमें प्रिंस और उसका मामा भी शामिल थे। बताया जा रहा है कि प्रिंस अक्सर मोबाइल फोन पर बात करता था, जिससे उसका मामा नाराज था।
शनिवार दोपहर इसी बात को लेकर दोनों के बीच जोरदार बहस हुई, जो देखते ही देखते झड़प में बदल गई। गुस्से में आकर मामा ने फर्नीचर के काम में इस्तेमाल होने वाली आरी से भांजे के सीने पर वार कर दिया। यह हमला इतना गंभीर था कि प्रिंस ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
हत्या के बाद आरोपी मामा और उसके दो साथी नीरज निषाद और अनुज चौरसिया मौके से फरार हो गए। इनमें से एक रत्नागिरी रेलवे स्टेशन से भागने की फिराक में था, जबकि दूसरा आसपास ही छिपा हुआ था। वहीं, चौथे मजदूर रविकुमार भारती ने इस पूरी घटना की जानकारी स्थानीय लोगों को दी, जिन्होंने उसे तुरंत 112 नंबर पर फोन करने को कहा।
सूचना मिलते ही रत्नागिरी शहर पुलिस मौके पर पहुंच गई और तेजी से कार्रवाई करते हुए मोबाइल लोकेशन के जरिए दोनों फरार आरोपियों को चार घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। देर रात तक रत्नागिरी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया जारी रही। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है।