मृतक की पहचान सुयोग नगर निवासी शंतनु अरविंद देशमुख (32 वर्ष) के रूप में हुई है। वह 13 मई की शाम से लापता था। शंतनु सनराइज़ इंग्लिश मीडियम स्कूल में शिक्षक था, वहीं उसकी पत्नी निधि उसी स्कूल की प्रिंसिपल थी। दोनों का प्रेम विवाह हुआ था और वे परिवार से अलग रहते थे।
पेशे से शिक्षक शंतनु का शव जंगल में मिलने के बाद पुलिस ने परिचितों से पूछताछ शुरू की। इस दौरान एक दोस्त के मोबाइल में शंतनु की 13 मई की एक तस्वीर मिली, जिसमें वह वही शर्ट पहने था जो अज्ञात शव के पास मिला जला हुआ कपड़ा था। यहीं से पुलिस की जांच ने रफ्तार पकड़ी।
शुरुआत में आरोपी पत्नी निधि ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन उसके घर से बरामद की गई अंडरवियर और मृतक के शव पर मिली अंडरवियर एक ही कंपनी की होने के कारण पुलिस का शक गहरा गया। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो निधि ने जुर्म कबूल करते हुए पूरी हत्या की कहानी बयां कर दी।
शव को जंगल में जलाया
जांच में यह भी सामने आया कि शंतनु शराब का आदी था, जिससे परेशान होकर निधि ने उसे रास्ते से हटाने का फैसला किया। उसने गूगल पर जहरीला जूस बनाने का तरीका खोजा और एक जहरीला जूस तैयार किया। कथित तौर पर निधि ने शंतनु को शराब के नशे में यह जूस पिलाया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद शव को छिपाने के लिए निधि ने तीन नाबालिग छात्रों की मदद ली। उन्होंने रात के समय शव को जंगल में ले जाकर जला दिया। पुलिस ने इन तीनों नाबालिगों को हिरासत में लिया है।
ऐसे हुआ हत्याकांड का खुलासा
बताया जा रहा है कि शव की पहचान करना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण था। अधजले शव से शर्ट की एक बांह और बटन बरामद किए गए। पुलिस टीमों ने यवतमाल सहित आसपास के जिलों वाशिम, वर्धा और अमरावती में लापता लोगों की जानकारी जुटाई। इसी दौरान सनराइज़ स्कूल में कार्यरत शंतनु देशमुख के लापता होने की खबर मिली। शंतनु के दोस्तों से पूछताछ के बाद यह स्पष्ट हुआ कि शंतनु 13 मई से गायब था। जब उन्हें शर्ट के टुकड़े और बटन दिखाए गए, तो उन्होंने उसकी पहचान की। इसके बाद पुलिस ने बारीकी से जांच की और साक्ष्यों के मिलान से यह जघन्य हत्याकांड सुलझाया और पत्नी को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस मामले की आगे की जांच में जुटी है।