इस बयान पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “मैं पहले भी कह चुका हूं कि मूर्खों को क्या जवाब देना? कांग्रेस नेताओं को चीजों का कोई अंतर समझ में नहीं आता। उनके लिए खेतों में छिड़काव के लिए इस्तेमाल होने वाले ड्रोन और युद्ध में इस्तेमाल होने वाले कॉम्बैट ड्रोन में कोई फर्क नहीं है।”
फडणवीस ने आगे कहा कि कांग्रेस नेताओं का एकमात्र काम सेना का मनोबल गिराना रह गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सेना के शौर्य और पराक्रम पर सवाल उठाकर देश की रक्षा प्रणाली को कमज़ोर करने की कोशिश कर रही है।
इस बयान के बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। जहां कांग्रेस इस मुद्दे पर पारदर्शिता की मांग कर रही है, वहीं बीजेपी इसे राष्ट्रविरोधी मानसिकता करार दे रही है। आने वाले दिनों में सूबे की राजनीतिक में यह विवाद और भी तूल पकड़ सकता है।
मुद्दे से ध्यान हटाने का प्रयास हो रहा- राउत
वहीँ, शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने विदेशों में भारतीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को भेजने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह का प्रयोग मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए करती रहती है। सबसे पहले हमें पड़ोसी देश में जाना चाहिए। विभिन्न देशों का दौरा करने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक की सदस्य और एनसीपी (शरद पवार) सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, “यह राजनीति के बारे में नहीं है। हम सब पार्टी की ओर से नहीं जा रहे हैं। हम गर्वित भारतीयों के रूप में जा रहे हैं जो आतंकवाद के खिलाफ लड़ना चाहते हैं। हम दुनिया में कहीं भी किसी भी आतंकवादी गतिविधि की निंदा करते हैं…”
उन्होंने कहा, “…हम भारतीय हैं, हम भारतीय ही रहेंगे… भारत आतंकवाद के खिलाफ पूरी ताकत के साथ लड़ रहा है। यह केवल भारत की ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की लड़ाई है।”