वन अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को सुबह करीब साढ़े 11 बजे सिंदेवाही रेंज के वन क्षेत्र में गई महिलाओं पर बाघ ने हमला किया। उन्होंने कहा कि यह घटना बेहद असामान्य है। मेंधा माल गांव की निवासी महिलाएं कम्पार्टमेंट संख्या 1355 में तेंदु के पत्ते इकट्ठा करने गई थीं तभी बाघ ने उन्हें निशाना बनाया। तीनों महिलाओं की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
सिंदेवाही के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंपा गया। मृतकों की पहचान कांताबाई चौधरी (60), उनकी बहू शुभांगी चौधरी (38) और सारिका शेंडे (48) के तौर पर हुई है।
इस बीच रविवार को चंद्रपुर जिले में बाघ के हमले में 65 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि मृतक महिला की पहचान मूल तालुका के नगला गांव निवासी विमला शिंदे के रूप में हुई है। महिला सुबह के समय तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए जंगल में गई थीं, तभी एक बाघ ने उन पर हमला कर दिया।
एक अन्य घटना में बाघ के हमले में 50 वर्षीय महिला वंदना गजभिये घायल हो गयीं। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। यह घटना एक दिन पहले जिले में बाघ के हमले में तीन महिलाओं की मौत होने के बाद सामने आई है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह सभी हमले एक ही बाघ ने किए है।