मिली जानकारी के मुताबिक, यह कार्रवाई छत्रपति संभाजीनगर इलाके में की गई, जहां नकली नोट छापने वाली एक फैक्ट्री चल रही थी। अहिल्यानगर तालुका पुलिस ने छापेमारी कर 500 की करेंसी वाले 60 लाख रुपए के जाली नोट जब्त किए। इसके अलावा पुलिस ने 2 करोड़ 16 लाख रुपये के नकली नोट छापने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले विशेष कागज और करीब 88 लाख रुपये मूल्य का अन्य सामान भी बरामद किया है, जिसमें प्रिंटर, स्कैनर, रंग, कटर आदि शामिल हैं।
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब पुलिस निरीक्षक प्रल्हाद गीते को यह सूचना मिली कि नगर तालुका क्षेत्र में दो युवक नियमित रूप से एक पान की दुकान से 500 रुपये के नकली नोट देकर सिर्फ 100 रुपये की सिगरेट खरीदते हैं और बाकी के असली पैसे वापस ले जाते हैं। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने दो संदिग्धों निखिल गांगुर्डे और सोमनाथ शिंदे को हिरासत में लिया। तलाशी के दौरान उनके पास से 80 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए गए।
गहन पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे एक बड़े गिरोह का हिस्सा हैं और छत्रपति संभाजीनगर में एक नकली नोट छापने की फैक्ट्री है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने तत्काल वहां छापा मारा और फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में नकली नोट और उपकरण जब्त किए।
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, यह गिरोह बड़ी ही चालाकी से नकली नोटों को बाजार में खपाने का काम कर रहा था। इस मामले का भंडाफोड़ करते हुए 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मामले की जांच अभी जारी है और यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस गिरोह के तार कहीं बाहर से तो नहीं जुड़े हुए हैं।