रेल मंत्रालय ने मुंबई उपनगरीय क्षेत्र के लिए सभी मौजूदा और नई लोकल ट्रेनों के डिब्बों में स्वचालित दरवाजे की सुविधा देने का फैसला किया है। अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है और ऐसी दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि महाराष्ट्र में घटी भयावह घटना के बाद मंत्रालय ने निर्माणाधीन सभी मुंबई लोकल ट्रेनों में स्वचालित दरवाजों की सुविधा देने का फैसला किया है। इसके अलावा वर्तमान में उपयोग में आ रहे सभी डिब्बों को फिर से डिजाइन किया जाएगा और इनमें स्वचालित दरवाजों की सुविधा प्रदान की जाएगी।
यह घटना मुंब्रा रेलवे स्टेशन के पास हुई। एक ट्रेन कसारा की ओर जा रही थी और दूसरी छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुंबई की ओर जा रही थी। मृतकों की पहचान राहुल गुप्ता, केतन सरोज, मयूर शाह और ठाणे जीआरपी के कांस्टेबल विकी मुखीयाद के रूप में हुई है।
5-5 लाख रुपये देगी सरकार
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि दो खचाखच भरी ट्रेन आसपास की पटरियों से विपरीत दिशा में जा रही थीं और संभवत: पायदान पर लटके यात्रियों की पीठ पर लदे बैग एक-दूसरे से टकराने से यह भयावह हादसा हो गया। हालांकि रेलवे प्रशासन दुर्घटना के कारणों की जांच कर रहा है। महाराष्ट्र सरकार इस हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये देगी। घायलों को भी वित्तीय सहायता दी जाएगी। जबकि राज्य सरकार घायलों के इलाज का खर्च भी वहन करेगी। मुंबई में प्रतिदिन करीब 75 लाख यात्री उपनगरीय ट्रेन से यात्रा करते हैं।