पत्रकारों से बात करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “आज करीब 12 ऐसे माओवादियों ने अस्त्र-शस्त्र के साथ आत्मसमर्पण किया है, जिनपर 1 करोड़ से अधिक का इनाम था। इससे पता चलता है कि माओवाद की कमर टूटी है, वे मुख्यधारा में आना चाहते हैं। उन्होंने आज माओवाद को नकारा है और डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को स्वीकारा है… महाराष्ट्र में बहुत कम माओवादी बचे हैं, मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि वे आत्मसमर्पण करें, हम उन्हें मुख्यधारा में लाएंगे और उनका पुनर्वास करेंगे, नहीं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने एक प्रण लिया है कि मार्च 2026 तक हम देश को माओवाद से मुक्त करेंगे और उस दृष्टि से बहुत अच्छा काम चल रहा है… नई छत्तीसगढ़ की सरकार ने केंद्र सरकार के साथ मिलकर जो ऑपरेशन किए हैं, उसने माओवादियों की कमर तोड़ दी है।”
अपने दौरे के दौरान सीएम फडणवीस ने माओवादी विरोधी अभियानों में अद्वितीय साहस दिखाने वाले गढ़चिरौली पुलिस दल के जांबाज अधिकारियों और सी-60 कमांडोज का सत्कार किया, साथ ही ‘माओवादियों का आत्मसमर्पण’ कार्यक्रम हुआ जिसमें कई माओवादियों ने समर्पण की राह स्वीकार कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ने का मन बनाया। जबकि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के लिए सामूहिक विवाह भी आयोजित किया गया था।
सीएम फडणवीस ने कहा, जंगलों में हथियार लेकर संघर्ष करने वाले अब वैवाहिक जीवन से एक नई ज़िंदगी की शुरुआत कर रहे हैं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के सामूहिक विवाह समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा, “आज सामूहिक विवाह समारोह में 13 जोड़ों का विवाह हुआ जो पहले नक्सली थे। उन्होंने न केवल आत्मसमर्पण किया बल्कि मुख्यधारा में भी शामिल हो गए।”