पूजा पाल की सीएम योगी की तारीफ पर कार्रवाई से शुरू हुई बहस
दरअसल, सपा विधायक पूजा पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की थी, जिसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया। इस फैसले का स्वागत करते हुए रूचि वीरा ने कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त लोगों पर राष्ट्रीय अध्यक्ष का यह फैसला सही है। 2027 में हमारा लक्ष्य सरकार बनाना है और इसके लिए अनुशासन बनाए रखना जरूरी है।
एक साल बाद छलका सांसद का दर्द
सांसद बनने के करीब एक साल बाद रूचि वीरा का दर्द खुलकर सामने आया। उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनाव के दौरान कुछ लोगों ने खुलेआम पार्टी के उम्मीदवार का विरोध किया था, उनकी वीडियो भी वायरल हुई, फिर भी वे आज पार्टी में बने हुए हैं। अगर ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो 2027 में हमारी पार्टी के उम्मीदवार कुछ वोटों से हार सकते हैं और ये जयचंद अपने मकसद में कामयाब हो जाएंगे।”
खुले विरोध पर सख्त कार्रवाई की मांग
रूचि वीरा ने साफ कहा कि पार्टी में टिकट मांगना सबका अधिकार है, लेकिन जब हाईकमान उम्मीदवार तय कर देता है, तो सभी की जिम्मेदारी होती है कि वे उसका चुनाव लड़ाएं। अगर खुलेआम विरोध होगा और ऐसे लोग फिर भी पार्टी में रहेंगे, तो इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटता है। आने वाले समय में अनुशासनहीनता और बढ़ेगी। इसलिए ऐसे लोगों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।