क्या है पूरा मामला ?
मेरठ के रोहटा थाने के रहने वाले ओमवीर सिंह आर्य भारतीय सेना के जनसूचना महानिदेशालय में तैनात हैं। वो फिलहाल कोलकाता में नार्थ-ईस्ट के क्षेत्रीय मुख्यालय में हैं। ओमवीर सिंह के बेटे नैनीताल में बैंक मैनेजर हैं। ओमवीर सिंह की बहु और आदित्य की पत्नी वंशिका ने पूरे परिवार के खिलाफ 14 मई 2025 को दहेज़ उत्त्पीडन का मामला दर्ज कराया। उसने मामले में ओमवीर सिंह, उनकी पत्नी पूनम, बेटे आदित्य और अक्षय, और 12 साल के भतीजे विनीत उर्फ मानू पर रोहटा थाने में मुकदमा दर्ज कराया। मामले की विवेचना थाने में तैनात अंडर ट्रेनिंग दरोगा शनि सिंह को दी गई। वो 18 मई 2025 विवेचना के लिए ओमवीर सिंह के घर गए मामले को समझाना शुरू कर दिया।
शनि ने मांगा रिश्वत
19 मई 2025 यानी सोमवार को शनि दोबारा ओमवीर सिंह के घर गया और कहा कि मैं मामले की फाइनल रिपोर्ट (FR) लगा दूंगा इसके बदले में तीन लाख रुपये लगेंगे। ओमवीर सिंह से उसकी डेढ़ लाख रुपये पर डील डन हुई। अंडर ट्रेनिंग दरोगा शनि सिंह ने ओमवीर सिंह को धमकी भरे लहजे में कहा कि यदि पैसे नहीं मिले तो सुबूत नजरअंदाज कर दूंगा और चार्जशीट फाइल कर दूंगा।
ओमवीर सिंह ने विजिलेंस से की शिकायत
ओमवीर सिंह ने मेरठ के सतर्कता अधिष्ठान में की। उन्होंने एसपी इंदु सिद्धार्थ से मामले की शिकायत करते हुए दरोगा शनि सिंह से बातचीत की ऑडियो भी सुनाई। एसपी इंदु सिद्धार्थ ने इंस्पेक्टर अंजलि शर्मा के नेतृत्व में टीम का गठन किया। टीम 22 मई 2025 यानी बृहस्पतिवार को ओमवीर सिंह के घर पहुंची।
रायबरेली का रहने वाला है शनि सिंह
शनि सिंह 2023 बैच का दरोगा है। वो रायबरेली के गुरब्क्शगंज का रहने वाला है और मेरठ के रोहटा में उसकी पहली तैनाती थी। गिरफ्तारी की खबर मिलने के बाद उसके साथी उससे मिलने पहुंचे लेकिन किसी की भी मुलाकात उससे हो नहीं पाई। विजिलेंस ने रंगेहाथों किया गिरफ्तार
ओमवीर सिंह दरोगा शनि सिंह को पैसे देने के लिए घर बुलाये थे। शनि सिंह ओमवीर सिंह के घर पंहुचा और जैसे ही डेढ़ लाख रुपये लेकर घर से बाहर निकला विजिलेंस की टीम ने डेढ़ लाख रुपए के साथ रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। इस घटना की सूचना मिलते ही रोहटा थाने पर हड़कंप मच गया। गिरफ्तार दरोगा के साथी कंकरखेड़ा थाने पहुंचे।