जवान को बंधक बनाकर पीटा
17 अगस्त 2025 की रात मेरठ-करनाल हाईवे (NH-709A) के भूनी टोल प्लाजा पर एक सेना जवान के साथ ऐसा हादसा हुआ, जिसने हर किसी को हिलाकर रख दिया। गांव गोटका निवासी जवान को टोल कर्मियों ने बंधक बनाकर लाठियों से पीटा। जवान का चचेरा भाई उसे बचाने दौड़ा, लेकिन उसे भी नहीं बख्शा गया। आरोप है कि टोलकर्मियों ने जवान का आईडी कार्ड और मोबाइल तक छीन लिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने टोल प्लाजा पर धावा बोल दिया और जमकर तोड़फोड़ की। प्रदर्शन के बाद टोलकर्मी फरार हो गए, लेकिन ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग तेज कर दी।
NHAI का सख्त रुख: बर्दाश्त नहीं होगी गुंडागर्दी
NHAI ने इस घटना को गंभीरता से लिया और बयान जारी कर साफ कर दिया कि टोल कर्मियों का यह व्यवहार बिल्कुल अस्वीकार्य है। अथॉरिटी ने कहा, ‘हम राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रियों, खासकर सेना और सुरक्षा बलों के लिए सुरक्षित और सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’ वायरल वीडियो के बाद NHAI ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मेसर्स धरम सिंह पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया और कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की तैयारी शुरू कर दी। साथ ही, अनुबंध रद्द करने की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है।
जवान से मारपीट का वायरल हुआ वीडियो
17 अगस्त की रात हुई इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैला। इसमें साफ दिख रहा है कि कैसे टोलकर्मी जवान पर टूट पड़े। वीडियो वायरल होने के बाद जनता में आक्रोश फैला और NHAI पर कार्रवाई का दबाव बढ़ गया। NHAI ने कहा कि इस तरह की हरकतों पर सख्ती से निपटा जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
तोड़फोड़ के बाद मुआवजे की मांग
जवान के साथ हुई मारपीट से नाराज ग्रामीणों ने टोल प्लाजा पर हंगामा किया और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने न केवल आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की, बल्कि जवान के लिए मुआवजा और टोलकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी अपील की। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।