पूरे गांव में फैली दहशत
खबर फैलते ही आसपास के ग्रामीण भी मौके पर जुट गए। महफूज और गांववालों ने मिलकर सभी सांपों को मारकर पास के एक गड्ढे में दफना दिया। महफूज के अनुसार रात लगभग 9 बजे तक कुल 52 सांप निकाले जा चुके थे। ये सभी सांप उनके घर के मुख्य दरवाजे के पास बने रैंप के नीचे से निकल रहे थे। गांव में यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गई और लोग सांपों के निकलने की जगह की जांच में जुट गए। वन विभाग ने दी प्रतिक्रिया
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद वन विभाग ने गंभीरता दिखाई। डीएफओ राजेश कुमार ने कहा कि सांप वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित जीव हैं और इन्हें मारना कानूनन अपराध है। उन्होंने कहा कि महफूज को तुरंत इस मामले की सूचना वन विभाग को देनी चाहिए थी। विभाग इस पूरे मामले की जांच कर रहा है और नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना जहां एक ओर लोगों के लिए डर का कारण बनी वहीं यह वन्य जीवों के संरक्षण और सुरक्षा को लेकर जागरूकता की कमी को भी उजागर करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में बिना विलंब के वन विभाग या विशेषज्ञों को सूचित किया जाना चाहिए, ताकि जानवरों की जान भी बचाई जा सके और इंसानों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो।